Move to Jagran APP

पेट्रोल पंप बंद, तेल संकट से जूझ रहा है उत्तर कोरिया !

सुरक्षा परिषद की बैठक से पहले जिसमें पृथ्य राज्य पर तेल के आयात पर प्रतिबंध शामिल हो सकते हैं।

By Mohit TanwarEdited By: Published: Wed, 26 Apr 2017 05:26 PM (IST)Updated: Wed, 26 Apr 2017 06:30 PM (IST)
पेट्रोल पंप बंद, तेल संकट से जूझ रहा है उत्तर कोरिया !
पेट्रोल पंप बंद, तेल संकट से जूझ रहा है उत्तर कोरिया !

सियोल, रायटर्स। अमेरिका से तनातनी के बीच उत्तर कोरिया में पेट्रोल का संकट बढ़ सकता है। कई शहरों में पेट्रोल पंप बंद हैं या फिर आम लोगों के लिए आपूर्ति में कटौती कर रहे हैं। दुनिया में अलग-थलग पड़े उत्तर कोरिया पर सुरक्षा परिषद की होनेवाली बैठक में नए प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं। साथ ही तेल की आपूर्ति बाधित की जा सकती है।  

loksabha election banner

हालांकि निजी डीलरों ने पेट्रोल-डीजल की सप्लाई को जारी रखा है जिसकी वजह से तेल की कीमतें स्थिर हैं। इस बीच पश्चिम के यात्रियों को उत्तर कोरिया की सैर कराने वाली चीन की ट्रेवल कंपनी संचालक ने कहा कि मैंने देखा कि शहर के कई गैस स्टेशन बंद हैं। 

एक जानकारी के मुताबिक कारों में पेट्रोल की सीमा निर्धित की गई है। कारों को 15 किलो ही तेल मिलेगा जबकि इसकी क्षमता 20 लीटर की है। साथ ही ये 15 दिन की सीमा भी तय है। जरूरी काम के उद्देश्यों के लिए उपयोग किए जाने वाले वाहनों को विशेष छूट दी गई है।

विशेषज्ञों का कहना है कि उत्तरी कोरिया की सरकार ईंधन उत्पादों के देश का सबसे बड़ा उपभोक्तओं में से एक है, लेकिन साधारण उत्तर कोरियाई लोगों द्वारा खरीदा जाने वाले ज्यादातर पेट्रोल और डीजल निजी डीलरों और तस्करों द्वारा लिया जाता है।

अमेरिकी विदेश मंत्री रॉक्स टिलरसन ने शुक्रवार को उत्तर कोरिया पर परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रमों को चलाने से रोकने के लिए कठोर प्रतिबंधों पर चर्चा के लिए संयुक्त सुरक्षा परिषद की मंत्रियों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता की। 

अमेरिकी अधिकारियों ने कहा है कि प्रतिबंधों में से एक तेल प्रतिबंध शामिल हो सकता है। उत्तरी कोरिया अपेक्षाकृत कम तेल का सेवन करता है, लेकिन आगे परमाणु या लंबी दूरी के मिसाइल परीक्षणों के लिए ये जवाबी कार्रवाई और तेल में  कटौती करना किम जोंग के शासन को संभावित रूप से अस्थिर करेगा।

राजधानी के एक गैस स्टेशन के बाहर लगी एक तख्ती में लिखा है कि ईंधन की बिक्री को राजनयिकों या अंतरराष्ट्रीय संगठनों द्वारा इस्तेमाल की जा रही गाड़ियों के लिए सीमित किया जा रहा है जबकि अन्य गैस स्टेशन या तो बंद हो गए हैं या स्थानीय नागरिकों को वापस लौटा रहे हैं। अन्य स्टेशनों पर कतारें काफी लंबी हैं।

यह भी पढ़ें: युद्ध की आशंका के बीच दक्षिण कोरिया पहुंची US सबमरीन यूएसएस मिशीगन


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.