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आपने गरीबी झेली है तो खास आपके लिए है यह खबर

गरीबी न केवल लोगों को तिल-तिल कर मारती है, सोचने समझने की शक्ति भी हर लेती है। ताजा शोध से खुलासा हुआ है कि गरीबी के माहौल में पले-बढ़े बच्चों का मस्तिष्क न सिर्फ सिकुड़ जाता है बल्कि उनका कौशल विकास भी प्रभावित होता है।

By Gunateet OjhaEdited By: Published: Tue, 31 Mar 2015 05:15 PM (IST)Updated: Tue, 31 Mar 2015 05:26 PM (IST)
आपने गरीबी झेली है तो खास आपके लिए है यह खबर

लॉस एंजिलिस। गरीबी न केवल लोगों को तिल-तिल कर मारती है, सोचने समझने की शक्ति भी हर लेती है। ताजा शोध से खुलासा हुआ है कि गरीबी के माहौल में पले-बढ़े बच्चों का मस्तिष्क न सिर्फ सिकुड़ जाता है बल्कि उनका कौशल विकास भी प्रभावित होता है।

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द सबान रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ चिल्ड्रंस हॉस्पिटल (सीएचएलए) और कोलंबिया यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर के शोधकर्ताओं ने परिवार की आय और मस्तिष्क की संरचना के बीच के संबंधों को उजागर किया। सीएचएलए के इंस्टीट्यूट ऑफ डेवलपिंग माइंड की एलिजाबेथ सोवेल ने बताया कि सुविधा संपन्न तबके के बच्चों के मस्तिष्क की बनावट में अंतर पाया गया।

हालांकि, उन्होंने इसे सामाजिक और आर्थिक परिस्थितियों से प्रत्यक्ष तौर पर नहीं जोड़ा। अध्ययन में तीन से 20 वर्ष के आयुवर्ग के करीब एक हजार लोगों को पेडियाट्रिक इमेजिंग, न्यूरोकॉग्नीशन एंड जेनेटिक्स शामिल किया गया था।

सामाजिक-आर्थिक कारक और मस्तिष्क के आकार का पता लगाने के लिए एमआरआइ और जननांकीय प्रश्नावली का सहारा लिया गया था। शोधकर्ताओं ने पाया कि आय में थोड़ी सी भिन्नता से मस्तिष्क का आकार प्रभावित हुआ। यह पढ़ाई लिखाई के लिए जरूरी कौशल विकास से भी जुड़ा है।

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