पोलैंड सरकार को मिली नाजियों की लापता ट्रेन
द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान जर्मनी में सत्ताधारी नाजियों की लापता हुई ट्रेन के मिलने के कयासों पर आधिकारिक मुहर लग गई है। पोलैंड के सांस्कृतिक मंत्रालय ने प्रेस कांफ्रेंस कर ट्रेन की स्थिति का पता चलने की बात कही है।
नई दिल्ली, जागरण डेस्क । द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान जर्मनी में सत्ताधारी नाजियों की लापता हुई ट्रेन के मिलने के कयासों पर आधिकारिक मुहर लग गई है। पोलैंड के सांस्कृतिक मंत्रालय ने प्रेस कांफ्रेंस कर ट्रेन की स्थिति का पता चलने की बात कही है। माना जाता है कि इस ट्रेन में नाजियों द्वारा यहूदियों से लूटे गए सोने को जर्मनी भेजा जा रहा था।
पोलैंड के अधिकारियों के मुताबिक ट्रेन में युद्ध के सामानों के अलावा नाजियों द्वारा यहूदियों का कत्लेआम कर बटोरी गई दौलत भी थी। ट्रेन में उस समय की तमाम महान कलाकृतियां होने का अनुमान भी व्यक्त किया गया है। ये ट्रेन रॉक्ला-वालब्रिक लाइन पर वालब्रिक के नजदीक गायब हुई थी। कुछ दिन पहले ही इस ट्रेन को दो लोगों ने खोजने का दावा किया था। उनका कहना था कि सरकार अगर उन्हें ट्रेन में मिले धन का 10 फीसद हिस्सा देती है, तभी वे ट्रेन की वास्तविक स्थिति का खुलासा करेंगे। दोनों के नाम को उजागर नहीं किया गया है। दूसरी ओर बताया जा रहा है कि ट्रेन को छुपाने के काम में शामिल रहे एक व्यक्ति ने मरते समय सरकार को ट्रेन की स्थिति के बारे में जानकारी दी है।