ताशकंद में बोले मोदी, भारत की समृद्धि से हिंदी को भी लगे पंख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छह दिवसीय यात्रा का आज दूसरा दिन है। दोपहर करीब 01 बजकर 30 मिनट पर वे कजाखिस्तान पहुंचे। इससे पहले आज ही ताशकंद में उन्होंने भारतीय समुदाय के लोगों से मुलाकात की। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि आज हिंदी को भी पंख लग गए हैं।
ताशकंद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छह दिवसीय यात्रा का आज दूसरा दिन है। दोपहर करीब 01 बजकर 30 मिनट पर वे कजाखिस्तान पहुंचे। इससे पहले आज ही ताशकंद में उन्होंने भारतीय समुदाय के लोगों से मुलाकात की। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि आज हिंदी को भी पंख लग गए हैं। पीएम ने यहां पर शास्त्री स्ट्रीट पर जाकर दिवंगत प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धांजलि भी दी। 1966 में यहां पर ही उनका निधन हुआ था। यहां उन्होंने बच्चों से भी मुलाकात की।
भाषा को लगे पंख
इससे पूर्व उन्होंने भारतीय समुदाय और हिंदी छात्रों को संबोधित भी किया। उन्होंने कहा कि जो देश आर्थिक रूप से समद्ध होते हैं, उनकी भाषा के पंख भी बड़े तेज हो जाते हैं और आने वाले दिनों में भारतीय भाषाओं के साथ भी ऐसा होगा। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि भाषा का आर्थिक स्थिति से सीधा संबंध होता है। जिन देशों में आर्थिक समद्धि होती है, उनकी भाषा के पंख बड़े तेज हो जाते हैं। दुनिया के सारे लोग उसे सीखना चाहते हैं क्योंकि इससे कारोबार में आसानी होती है। मैं देख रहा हूं कि आने वाले समय में भारत की भाषाओं का महत्व भी बढ़ने वाला है क्योंकि भारत जैसे जैसे आगे जायेगा, उसकी भाषाओं का महत्व बढ़ेगा।
मोदी ने की उजबेगी भाषा से शुरुआत
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन की शुरूआत उज्बेगी भाषा में अभिवादन के लिए प्रयोग होने वाले शब्द के साथ करते हुए कहा, व्यक्तित्व के विकास में भाषा की बहुत बड़ी ताकत है। किसी और देश का व्यक्ति मिल जाए और आपकी भाषा में पहला शब्द बोल दे तो तत्काल जुड़ाव हो जाता है। अगर आपको कोई नमस्ते बोल दे तब लगता है कि जैसे अपना कोई मिल गया। यह ताकत होती है भाषा में।
कजाखिस्तान पहुंचे पीएम मोदी, बताया अहम साझेदार
मोदी के स्वागत में बजाई गईं हिंदी गानों की धुनें
उन्होंने कहा कि जो देश अपनी भाषा को बचाता है, वह अपने देश के भविष्य को तो ताकतवर बनाता ही है, उस भाषा के ज्ञान के सागर में डुबकी लगाने का आनंद और अवसर भी मिलता है। उनके स्वागत में यहां पर हिंदी गानों की धुन बजाई गईं। इसमें ओ मेरी जोहरा जबीं, ये देश है वीर जवानों जैसे मशहूर गानों की धुनें थीं। इसके अलावा कथक और उजबेकिस्तान के पारंपरिक नृत्य टनटना को एक साथ पेश किया गया। उन्होंने कहा कि उजबेकिस्तान में हिंदी गीत और फिल्म काफी समय से प्रचलित रही हैं। इसके अलावा उन्होंने उजबेकिस्तान रेडियाे द्वारा शुरू की गई हिंदी सेवा के पचास वर्ष पूरा होने पर बधाई दी।
यात्रा को बताया सफल
हिंदी छात्रों और भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि मध्य एशिया की यह यात्रा उजबेकिस्तान के साथ्ा शुरू हुई है। उन्होंने उम्मीद जताई कि उनके इस दौरे से दोनों देशों को हर क्षेत्र में फायदा होगा। इसके अलावा उन्होंने कहा उन्होंने अपनी इस यात्रा को पूरी तरह से सफल बताया। अंत में उन्होंने उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को धन्यवाद भी दिया। उन्होंने यहां एक उज्बेक-हिंदी डिक्श्नरी का भी विमोचन किया।
तस्वीरों में देखें : मोदी के स्वागत में गूंजी हिंदी गीतों की धुनें
कल ताशकंद में हुआ था जोरदार स्वागत
इससे पूर्व कल उज्बेकिस्तान पहुंचे पीएम मोदी का ताशकंद एयरपोर्ट पर पीएम शावकत मीरोमोनोविच मिर्जीयोयेव ने जोरदार स्वागत किया था। मोदी ने बाद में ट्वीट कर जोरदार स्वागत के लिए मिर्जीयोयेव को धन्यवाद भी कहा। पीएम ने यहां पर अपनी यात्रा के पहले पड़ाव में वहां के राष्ट्रपति राष्ट्रपति करीमोव से भी मुलाकात। दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों के बीच हुई बातचीत के दौरान उन्होंने आतंकवाद का भी मुद्दा उठाया।
देखें : ताशकंद में मोदी ने लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धांजलि
उजबेकिस्तान से हुए करार
भारत और उज्बेकिस्तान में विदेश में स्थित एक दूसरे के दूतावासों बीच और संस्कृति एवं पर्यटन के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के तीन समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। इसके अलावा दोनों देशों ने सुरक्षा सहयोग को और मजबूत करने, रक्षा और साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में भी सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई। इसके अलावा उज्बेकिस्तान भारत में निवेश को लेकर भी काफी उत्साहित दिखाई दिया। खासतौर पर तकनीक, उर्जा और कृषि के क्षेत्र में उज्बेकिस्तान का रुख बेहद उत्साहजनक था।
यहां भी जाएंगे मोदी
उज्बेकिस्तान , कजाकिस्तान के अलावा पीएम मोदी तुर्कमेनिस्तान, किर्गिस्तान और ताजिकिस्तान का भी दौरा करेंगे। प्रधानमंत्री 10 जुलाई को होने वाले शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के सम्मेलन के अलावा ब्रिक्स की बैठक में भी शामिल होंगे। इसी दौरान भारतीय पीएम की पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से मुलाकात हो सकती है।
पढ़ें: दोनों देश पड़ोसी देश में बढ़ रहे आतंकवाद से चिंतित :मोदी