इस्लामिक विरासत की पहचान भारत व मध्य एशिया से : पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कजाखस्तान की राजधानी अस्ताना में नजरबायेव विश्वविद्यालय में भाषण दिया है। इस दौरान पीएम ने कहा कि साइबर सुरक्षा, अंतरिक्ष स्वास्थय व बुनियादी सुविधाओं के क्षेत्र में हम मिलकर सहयोग कर सकते हैं।
अस्ताना । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कजाखस्तान की राजधानी अस्ताना में नजरबायेव विश्वविद्यालय में भाषण दिया है। इस दौरान पीएम ने कहा कि साइबर सुरक्षा, अंतरिक्ष स्वास्थय व बुनियादी सुविधाओं के क्षेत्र में हम मिलकर सहयोग कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि यह सुंदरता और उत्कृष्ट उपलब्धियों और महान वीरता के सांस्कृतिक वैभव का देश है। मोदी ने कजाखस्तान से भारत के रिश्ते पर चर्चा करते हुए कहा कि जबसे मानव सभ्यता का विकास हुआ है तब से हमारा संबंध रहा है।
कजाखस्तान की विरासत
पीएम ने कहा कि हमारे प्राचीन संबंधों को मजबूत करने और पड़ोसी होने के नाते नई इबारत लिखने आया हूं। आज की रात जब में मध्य एशिया को लोगों से बात कर रहा हूं तो इस विश्वविद्यालय से बेहतर स्थान और कोई नहीं हो सकता। उन्होंने कजाखस्तान के विकास की बात करते हुए कहा कि आज इस देश को विश्व में सम्मान की नजर से देखा जाता है। उन्होंने कहा कि इसकी सबसे बड़ी वजह है कि आपने शिक्षा, मानव संसाधन व बुनियादी सुविधाएं के क्षेत्र में व्यापक उन्नति की है।
इस्लामी तहजीब पर बोले पीएम
भारत और मध्य एशिया दोनों की इस्लामी विरासत ज्ञान, शील, दया व कल्याण इस्लाम के उच्चतम आदर्शों से परिभाषित किया गया है। इस देश में प्रेम और समर्पण का मिलन है। इस संस्कृति ने चरमपंथ को सिरे से खारिज किया है।
क्षेत्रीय सुरक्षा व शांति
क्षेत्र में शांति व सुरक्षा के लिए हमें आपसी सहयोग को बढ़ाना होगा। वर्तमान दौर में आतंकवाद और चरमपंथ जैसी ताकतें सिर उठा रही हैं। प्रदानमंत्री ने कहा कि सुरक्षा परिषद में सुधार के लिए हमने संयुक्त राष्ट्र पर दबाव बनाया है।
कजाकिस्तान से समझौते आज
मोदी ने कजाक प्रधानमंत्री करीम मैसिमोव से विभिन्न द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर बातचीत की। वह कजाक राष्ट्रपति से बुधवार को मिलेगें। तभी दोनों देशों के बीच ऊर्जा के क्षेत्र समेत कई अन्य क्षेत्रों में समझौते होंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छह दिवसीय यात्रा का आज दूसरा दिन है। आज वह उज्बेकिस्तान से कजाखस्तान की राजधानी अस्ताना पहुंचे। कजाखस्तान की राजधानी अस्ताना में प्रधानमंत्री ने कजाखस्तान के प्रधानमंत्री करीम मसीमोव से मुलाकात की।
प्रधानमंत्री मोदी ने कजाखस्तान की राजधानी अस्ताना में भारत-कजाखस्तान उत्कृष्टता केंद्र का उद्घाटन करते हुए कहा कि हमें पूर्व, पश्िचम और उत्तर-दक्षिण के नजरिए से एशिया नहीं देखना चाहिए। मोदी ने यहां सूपर कम्प्यूटर के बारे में भी जानकारी ली।
इससे पहले, यहां पहुंचने पर उन्होंने यहां की भाषा में ट्वीट करते हुए लिखा Qayırlı kün Kazakhstan! यहां पर उनका स्वागत यहां के पीएम करीम मसीमोव ने किया। पीएम मोदी ने यहां हुए जोरदार स्वागत के लिए कजाख पीएम को धन्यवाद दिया है। यहां पर दोनों राष्ट्राध्यक्षों के बीच पांच हजार टन यूरेनियम डील पर अहम चर्चा होने की उम्मीद है। इसके अलावा कुछ पुराने समझौतों पर भी बातचीत की जाएगी।
कजाख राष्ट्रपति को ट्वीट कर दी 75वें जन्मदिन की बधाई
यहां पहुंचने से पहले ही पीएम ने कजाखस्तान के राष्ट्रपति को ट्वीट कर उनके 75वें जन्मदिन पर बधाई दी। साथ ही उन्होंने कजाखिस्तान को भारत का महत्वपूर्ण साझेदार बताया है।
यूरेनियम आपूर्ति के लिए अहम कजाखस्तान
गौरतलब है कि जनवरी 2009 से भारत और कजाखस्तान के बीच असैनिक परमाणु संधि है। वर्ष 2009 में ही भारतीय परमाणु संयंत्रों के लिए यूरेनियम की आपूर्ति के तहत एनपीसीआईएल और कजाख परमाणु कंपनी कजएटमप्रोम के बीच करार भी हुआ था, जिसके बाद कजाखस्तान लगातार यूरेनियम की आपूर्ति कर रहा था। लेकिन यह करार वर्ष 2014 में समाप्त हो गया। उम्मीद जताई जा रही है कि इस करार पर दोबारा चर्चा हो सकती है।
यहां भी जाएंगे मोदी
उज्बेकिस्तान, कजाखस्तान के अलावा पीएम मोदी तुर्कमेनिस्तान, किर्गिस्तान और ताजिकिस्तान का भी दौरा करेंगे। प्रधानमंत्री 10 जुलाई को होने वाले शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के सम्मेलन के अलावा ब्रिक्स की बैठक में भी शामिल होंगे। इसी दौरान भारतीय पीएम की पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से मुलाकात हो सकती है।
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