पाकिस्तान में फिर शुरू हुआ फांसी देने का सिलसिला
रमजान का महीना समाप्त होने के बाद पाकिस्तान में फांसी देने का सिलसिला फिर शुरू हो गया है। सोमवार को हत्या के दो दोषियों को फांसी दी गई। पंजाब प्रांत के मुल्तान केंद्रीय कारागार में दोनों को फांसी पर लटकाया गया। सरकार ने 13 जून को एक माह के लिए
इस्लामाबाद। रमजान का महीना समाप्त होने के बाद पाकिस्तान में फांसी देने का सिलसिला फिर शुरू हो गया है। सोमवार को हत्या के दो दोषियों को फांसी दी गई। पंजाब प्रांत के मुल्तान केंद्रीय कारागार में दोनों को फांसी पर लटकाया गया। सरकार ने 13 जून को एक माह के लिए फांसी पर रोक लगाने का निर्णय लिया था।
पाकिस्तान ने पिछले साल पेशावर में सैन्य स्कूल पर तालिबानी हमले के बाद फांसी पर लगी रोक हटा ली थी। उसके बाद से अब तक कम से कम 176 कैदियों को फांसी दी गई है। यूरोपीय संघ और मानवाधिकार समूह फांसी देने पर रोक लगाने की मांग कर रहे हैं। फांसी की सजा पाए करीब 8,000 कैदी पाकिस्तान की विभिन्न जेलों में बंद है।
सरकार का कहना है कि आतंक को कुचलने के लिए यह फैसला किया गया है। हालांकि यह दावा सवालों के घेरे में है। अब तक जिन लोगों को फांसी पर लटकाया गया है उनमें छह ही आतंकी थे। फांसी पर लटकाए गए ज्यादातर लोग हत्या या हत्या के प्रयास में दोषी ठहराए गए थे और इनका आतंकी गुटों से कोई संबंध नहीं था।