एचआइवी जैसे वायरस का 1.1 करोड़ साल पहले खात्मा
अमेरिका की रॉकफेलर यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं का मानना है कि हमारे आदिम पूर्वजों ने वायरस से बचाव का तंत्र विकसित कर लिया था।
वाशिंगटन, प्रेट्र। एचआइवी प्रकार के एक प्राचीन वायरस का पता चला है। नए शोध का दावा है कि हमारे आदिम पूर्वजों ने संभवत: 1.1 करोड़ साल पहले इस वायरस का खात्मा कर दिया था। इसके जीवाश्म डीएनए का यह पता लगाने के लिए परीक्षण किया गया कि ये प्राचीन वायरस कब चरम पर थे।
अमेरिका की रॉकफेलर यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं का मानना है कि हमारे आदिम पूर्वजों ने वायरस से बचाव का तंत्र विकसित कर लिया था। शोधकर्ता पॉल बेनिएज ने बताया कि वायरस जीवाश्मों के विश्लेषण से प्राचीन काल में हुई घटनाओं पर नई रोशनी पड़ सकती है। यह शोध तो महज एक नमूना है जिससे यह जाहिर होता है कि वायरस खुद को कैसे जेनेटिक मैटेरियल मुहैया करा सकते हैं।
रेट्रोवायरस प्रकृति में प्रचुर मात्रा में मौजूद है और कोशिकाओं को संक्रमित करने के बाद इनका अस्तित्व स्थायी हो सकता है। रेट्रोवायरस एचआइवी समेत वायरसों का एक वर्ग है। शोधकर्ताओं ने रेट्रोवायरस जीवाश्म का विश्लेषण किया। इससे पता चला कि इस वायरस को 1.1 करोड़ साल पहले जड़ से खत्म कर दिया गया था।
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