सिख छात्राओं से कहा, पगड़ी खोलो-हिजाब पहनो
ब्रिटेन के एक कैथोलिक स्कूल में दो सिख छात्राओं पर पगड़ी खोलने के लिए दबाव डालने का मामला सामने आया है। शिक्षकों ने सिखों की परंपरागत पगड़ी को फैशन बताते हुए छात्राओं से इसे खोलने के लिए कहा।
लंदन । ब्रिटेन के एक कैथोलिक स्कूल में दो सिख छात्राओं पर पगड़ी खोलने के लिए दबाव डालने का मामला सामने आया है। शिक्षकों ने सिखों की परंपरागत पगड़ी को फैशन बताते हुए छात्राओं से इसे खोलने के लिए कहा। साथ ही सामान्य तौर पर मुस्लिम महिलाओं द्वारा पहनी जाने वाली हिजाब पहनने की सलाह भी छात्राओं को दे दी। छात्राओं और उनके परिजनों के विरोध के बाद स्कूल की प्रधानाध्यापिका ने घटना के लिए माफी मांगते हुए छात्राओं को पगड़ी पहनकर स्कूल आने की इजाजत दे दी है।
क्या है मामला?
13 साल की सिमरनजीत कौर और 11 साल की परसिमरन कौर का हेम्पशायर के साउथेम्पटन स्थित सेंट एनी कैथेलिक स्कूल में मंगलवार को पहला दिन था। परसिमरन को स्कूल में आने के थोड़ी देर बाद और सिमरनजोत को स्कूल गेट के बाहर ही पगड़ी खोलने को कहा गया। छात्राओं ने बताया कि उनके धार्मिक प्रतीक को फैशन बताते हुए शिक्षकों ने पगड़ी खोलने का दबाव डाला। सिख धर्म में यह अत्यधिक अनुचित माना जाता है। छात्राओं के विरोध करने पर शिक्षकों ने उनसे पगड़ी की बजाए हिजाब पहनने को कहा।
परिजनों ने जताया एतराज
छात्राओं के परिजनों को जब इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने स्कूल प्रबंधन के सामने एतराज जताया। पूर्व छात्रा और परसिमरन की बहन जसकिरन ने इसे भेदभावपूर्ण बताते हुए कहा है कि कैथोलिक स्कूल समानता को बढ़ावा देने की बात करता है। पर इस घटना से जाहिर है कि स्कूली की नीतियों में बदलाव की जरूरत है। सिमरनजोत की मां सुखविंदर कौर ने बताया कि उनकी बेटी पूरी तरह से स्कूल परिधान में थी। सिर्फ उसकी पगड़ी दूसरों से अलग थी। उन्होंने कहा कि यदि मुस्लिम हिजाब पहन सकते हैं तो सिख पगड़ी क्यों नहीं?
गलतफहमी से हुई घटना
इसके बाद स्कूल की प्राधानाध्यापिका लिब बोर्नी ने घटना के लिए छात्राओं और उनके परिवार से माफी मांग ली। उन्होंने कहा कि गलतफहमी के कारण छात्राओं पर पगड़ी खोलने के दबाव डाला गया था। साउथम्पटन सिटी काउंसिल कैबिनेट की सदस्य और स्कूल की पूर्व हेडगर्ल सतवीर कौर ने विवाद सुलझने पर खुशी जताते हुए कहा कि यहां अलग-अलग समुदाय के लोग रहते हैं और सभी की संस्कृति का सम्मान किया जाना चाहिए।
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