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ओबामा का भारत दौरा बड़ी घटना

प्रमुख पाकिस्तानी अखबारों ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा का भारत दौरा एक बड़ी घटना है। पाकिस्तान को यह सुनिश्चित करना होगा कि भारत-अमेरिका संबंधों के नए युग की शुरुआत का खामियाजा उसे न भुगतना पड़े।

By Murari sharanEdited By: Published: Sun, 25 Jan 2015 07:08 PM (IST)Updated: Sun, 25 Jan 2015 08:58 PM (IST)
ओबामा का भारत दौरा बड़ी घटना

इस्लामाबाद। प्रमुख पाकिस्तानी अखबारों ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा का भारत दौरा एक बड़ी घटना है। पाकिस्तान को यह सुनिश्चित करना होगा कि भारत-अमेरिका संबंधों के नए युग की शुरुआत का खामियाजा उसे न भुगतना पड़े।

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'डेली टाइम्स' ने रविवार को अपने संपादकीय में लिखा, 'ओबामा का गणतंत्र दिवस के अवसर पर भारत जाना बड़ी घटना है।' अखबार ने कहा 'पाकिस्तान, भारत और अमेरिका के बीच एक त्रिकोण पहेली है। अमेरिका की नीति किसी एक की कीमत पर दूसरे का साथ देने के बजाय भारत और पाकिस्तान दोनों के साथ मित्रवत संबंध बनाने की रही है।

तस्वीरें: ओबामा के तीन दिवसीय दौरे के पहले दिन के कार्यक्रम

मंदी के दौरान भारत में मौजूद प्रचुर आर्थिक संभावनाएं अमेरिका के लिए महत्वपूर्ण बन गई हैं।' संपादकीय में लिखा है कि अमेरिका के लिए वास्तव में भारत एक बड़ा बाजार है। भारत में हथियारों की बिक्री के साथ उसकी अर्थव्यवस्था मुश्किलों से उबर सकती है।

अमेरिका क्षेत्र में भारत को चीन के बराबर मानता है। अखबार ने कहा, 'जहां तक पाकिस्तान की बात है तो उसकी अतीत की नीतियों के चलते अमेरिका और पाकिस्तान के बीच विश्वास की कमी आई है। इस वजह से अच्छे और बुरे तालिबान की अवधारणा को दरकिनार करते हुए आतंकवादियों के खिलाफ चलाए गए अभियान के बावजूद यह संशय बरकरार है।

एक अन्य प्रमुख अखबार 'द न्यूज' ने लिखा कि ओबामा दौरे का एजेंडा मूल रूप से आर्थिक होगा। अखबार ने कहा, 'फिलहाल भारत क्षेत्र में मुख्य शक्ति बनने के लिए चीन के साथ संघर्ष कर रहा है और अमेरिका का भारत की तरफ मुड़ने का संकेत बीजिंग में अच्छा नहीं माना जाएगा।' संपादकीय में लिखा है कि पाकिस्तान के लिए चिंता का विषय आर्थिक सहयोग भी हो सकता है।

जबकि 'डॉन' ने अपने संपादकीय में कहा है, 'भारत के अधिकारी वर्ग और इसकी अपेक्षाकृत राष्ट्रवादी मीडिया संभवत: ओबामा से पाकिस्तान को लेकर बयान मांगने की कोशिश करेगी और भारत द्वारा अन्य अमेरिकी अधिकारियों का इस्तेमाल पाकिस्तान को अधिक नकारात्मक रूप में पेश करने के लिए किया जा सकता है।' अखबार ने कहा कि पाकिस्तान और भारत को इस तरह के अनवरत और अर्थहीन प्रतियोगिता से बचने की जरूरत है।

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