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अमेरिका से साझा नहीं होंगी मैनचेस्टर हमले की सूचनाएं

जानकारी लीक होने से नाराज ब्रिटेन ने उठाया अप्रत्याशित कदम..

By Gunateet OjhaEdited By: Published: Thu, 25 May 2017 10:13 PM (IST)Updated: Thu, 25 May 2017 10:13 PM (IST)
अमेरिका से साझा नहीं होंगी मैनचेस्टर हमले की सूचनाएं
अमेरिका से साझा नहीं होंगी मैनचेस्टर हमले की सूचनाएं

लंदन, रायटर। मैनचेस्टर हमले की जानकारी अमेरिकी मीडिया में लीक होने से नाराज ब्रिटेन ने अपने सबसे विश्वसनीय सहयोगी अमेरिका के साथ जांच से जुड़ी गोपनीय सूचनाओं का आदान-प्रदान रोक दिया है। प्रधानमंत्री टेरीजा मे ने मसले को नाटो सम्मेलन में शिरकत करने ब्रसेल्स पहुंचे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समक्ष उठाने की बात कही है।

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मैनचेस्टर में अमेरिकी पॉप सिंगर एरियाना ग्रैंडे के म्यूजिक कंसर्ट पर सोमवार रात को हुए आत्मघाती हमले में 22 लोगों की मौत हो गई थी। लीबियाई मूल के सलमान आब्दी ने हमले को अंजाम दिया था। हमले के बाद आब्दी के भाई समेत आठ लोग पकड़े जा चुके हैं।

संवेदनशील जानकारी मीडिया में लीक होने से नाराज टेरीजा मे गुरुवार को टेलीविजन संदेश में कहा कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति से मुलाकात के दौरान स्पष्ट लहजे में दोनों देशों के बीच साझा होने वाली खुफिया सूचनाओं को हर हाल में सुरक्षित रखने की बात कहेंगी। वाशिंगटन के साथ खुफिया सूचनाएं साझा नहीं करने के फैसले को अप्रत्याशित माना जा रहा है।

आतंकरोधी विभाग के एक अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि भविष्य में इस तरह की सूचनाएं लीक न होने का आश्वासन मिलने के बाद ही रोक हटाई जाएगी। मालूम हो कि ट्रंप ने सीरिया से जुड़ी खुफिया जानकारी रूस से साझा करने की बात मानी थी। इसके बावजूद टेरीजा मे ने कहा था कि ब्रिटेन पहले की तरह अमेरिका के साथ सूचनाएं साझा करता रहेगा। इस बीच, महारानी एलिजाबेथ ने गुरुवार को रॉयल मैनचेस्टर चिल्ड्रंस हॉस्पिटल में जाकर घायलों का हालचाल जाना है।

खुफिया जानकारी लीक

अमेरिक समाचारपत्र 'द न्यूयॉर्क टाइम्स' ने हमले से जुड़ी संवेदनशील सूचनाएं प्रकाशित की हैं। इसमें खून से सने घटनास्थल, बैग, आइईडी या बम के अवशेष, बैटरी आदि की तस्वीरें हैं। खुफिया सहयोग के तहत अमेरिका को ये सूचनाएं मुहैया कराई गई थीं। स्वाभाविक तौर पर अखबार ने अमेरिकी अधिकारियों से तस्वीरें और अन्य जानकारी हासिल की होंगी।

हमले से पहले जर्मनी में था सलमान

आत्मघाती हमलावर आब्दी हमले से चार दिन पहले जर्मनी में था। स्काई न्यूज ने खुफिया अधिकारियों के हवाले से बताया कि सलमान बर्लिन से 482 किलोमीटर दूर डसलफोर्ड गया था। इसके पीछे आतंकियों का बड़ा नेटवर्क होने की आशंका जताई जा रही है।

चुनाव प्रचार शुरू

हमले के बाद स्थगित चुनाव प्रचार अभियान फिर से शुरू हो गया है। ब्रिटेन में 8 जून को संसदीय चुनाव होने हैं। सोमवार के हमले के बाद सभी दलों ने प्रचार रोक दिया था।

बम की अफवाह

मैनचेस्टर के उपनगरीय इलाके ट्रैफर्ड में स्थित एक कॉलेज में गुरुवार को बम होने की सूचना पर अफरा-तफरी मच गई। आनन-फानन में सेना के बम निरोधक दस्ते को मौके पर भेजा गया। पूरे इलाके को भी सील कर दिया गया था। हालांकि, बाद में यह अफवाह साबित हुई।

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