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उत्तर कोरिया सैन्य मोर्चो पर तैनात करेगा बैलेस्टिक मिसाइल

लक्ष्य को सटीक भेदने के लिहाज से यह गर्व करने लायक मिसाइल है। रविवार को हुए परीक्षण में यह मिसाइल 500 किलोमीटर तक जाकर दक्षिण कोरिया के पूर्वी तट के पास समुद्र में गिरी थी।

By Abhishek Pratap SinghEdited By: Published: Mon, 22 May 2017 02:29 PM (IST)Updated: Mon, 22 May 2017 03:00 PM (IST)
उत्तर कोरिया सैन्य मोर्चो पर तैनात करेगा बैलेस्टिक मिसाइल
उत्तर कोरिया सैन्य मोर्चो पर तैनात करेगा बैलेस्टिक मिसाइल

सियोल, एएफपी : उत्तर कोरिया ने सोमवार को पुष्ट कर दिया कि रविवार को उसका मध्यम दूरी का बैलेस्टिक मिसाइल परीक्षण सफल रहा और अब वह उसे सैन्य मोर्चो पर तैनात करेगा। यह मिसाइल परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है। यह जानकारी उत्तर कोरिया की सरकारी न्यूज एजेंसी केसीएनए ने दी है।

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न्यूज एजेंसी के अनुसार रविवार को हुए मिसाइल परीक्षण को भी उनके नेता किम जोंग उन ने देखा और सफलता पर खुशी जाहिर की। टेस्ट सफल होने के बाद किम जोंग ने मिसाइलों को तैनात करने का आदेश दिया। रविवार को टेस्ट की गई मिसाइल को पुकगुकसोंग-2 का नाम दिया गया है। यह पूर्व में पनडुब्बी से दागकर टेस्ट की गई मध्यम दूरी की मिसाइल का जमीन से जमीन पर छोड़ा जाने वाला नया संस्करण होगी। यह ठोस ईंधन पर आधारित है जिसे आदेश मिलने पर तत्काल छोड़ा जा सकेगा।

न्यूज एजेंसी के मुताबिक लक्ष्य को सटीक भेदने के लिहाज से यह गर्व करने लायक मिसाइल है। रविवार को हुए परीक्षण में यह मिसाइल 500 किलोमीटर तक जाकर दक्षिण कोरिया के पूर्वी तट के पास समुद्र में गिरी थी। इससे पहले रविवार (14 मई) को भी उत्तर कोरिया ने बैलेस्टिक मिसाइल परीक्षण किया था।

वह ह्वासोंग-12 नाम की वह मिसाइल करीब 800 किलोमीटर तक गई थी। वह भारी परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम बताई गई थी। अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के बावजूद उत्तर कोरिया ये मिसाइल परीक्षण अमेरिका पर हमले की तैयारी के तहत कर रहा है। उसके अनुसार अमेरिका के किसी हमले के जवाब में वह उस पर घातक हमला करेगा।

सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलाई

उत्तर कोरिया के लगातार मिसाइल परीक्षणों से बेचैन अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक अविलंब बुलाई है। तीनों देशों ने कहा है कि हालात हाथ से निकलते जा रहे हैं। उत्तर कोरिया को रोकने के लिए तत्काल कुछ किये जाने की जरूरत है। अमेरिकी राजदूत निक्की हेली कह चुकी हैं कि उनका देश चीन को साथ लेकर उत्तर कोरिया पर प्रतिबंध प्रभावी बनाने की दिशा में बढ़ेगा।

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