कम नहीं हुईं दूरियां, ट्रंप-मर्केल में नहीं दिखा मेल
ट्रंप ने कहा था कि मध्य पूर्व के शरणार्थियों को जगह देकर मर्केल जर्मनी को तबाह करने में जुटी हैं।
वाशिंगटन, प्रेट्र : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने पहली मुलाकात में अपने विवादों को दरकिनार करने का प्रयास किया। इसके बाद भी जब दोनों सामने आए तो उनमें कहीं भी मेल नहीं दिखा। ह्वाइट हाउस में पहली बार आमने-सामने की बातचीत में दोनों नेताओं ने वैश्विक मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की। असल में 2016 के राष्ट्रपति चुनाव प्रचार के दौरान ट्रंप ने मर्केल की आलोचना की थी। ट्रंप ने कहा था कि मध्य पूर्व के शरणार्थियों को जगह देकर मर्केल जर्मनी को तबाह करने में जुटी हैं।
ओवल आफिस में फोटो लेने के समय ट्रंप ने संवाददाताओं के सामने मर्केल से हाथ नहीं मिलाया। जबकि ह्वाइट हाउस पहुंचने पर उन्होंने जर्मनी की चांसलर की तरफ हाथ बढ़ाकर स्वागत किया था।
संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में मर्केल ने कहा, 'मैंने हमेशा कहा है कि आमने-सामने बातचीत करना दूसरे के माध्यम से बात करने से कहीं ज्यादा अच्छा रहता है। मैं समझती हूं कि हमारी बातचीत इसे साबित कर देगी।'
ट्रंप ने अफगानिस्तान में जर्मनी के प्रयासों और इस्लामिक स्टेट के साथ लड़ाई में सहयोग के लिए चांसलर की सराहना की। साथ ही उन्होंने नाटो के कई यूरोपीय सदस्य की शिकायत भी की। उन्होंने कहा कि सदस्य देश अटलांटिक गठबंधन में अपनी ताकत नहीं दिखा रहे हैं। पिछले कई वर्षो से कई देश बड़ी राशि के देनदार हैं और यह अमेरिका के लिए उचित नहीं है। ये देश अपनी देनदारी चुकाएं।
ट्विटर नहीं होता तो राष्ट्रपति नहीं बन पाते
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि ट्विटर और सोशल मीडिया के कारण ही वह मौजूदा स्थिति तक पहुंच सके हैं। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफार्म ने उन्हें लोगों तक पहुंचाया है। लोग उन्हें सुनते हैं और मीडिया के जाल से उन्हें मुक्ति मिली है।