नये तालिबानी नेता अखुंदजादा को शांति चुनने का मौका: अमेरिका
तालिबान के नये नेता अखुंदजादा को शांति की राह पर चल अफगानिस्तान से समझौते का मौका दिया जा रहा है।
न्यूयार्क। पाकिस्तान में शनिवार को अमेरिकी ड्रोन हमले में मुल्ला मंसूर की मौत के बाद तालिबान के लिए नये नेता के तौर पर मुल्ला हैबतुल्ला अखुंदजादा को नियुक्त किया गया। नये तालिबानी नेता से शांति की उम्मीद करते हुए अमेरिका ने शांति की राह चुनने का मौका दिया है। अमेरिका के अनुसार, वह अफगान नेतृत्व वाले शांति वार्ता से जुड़कर व समझौता कर सकता है।
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, राज्य विभाग के उपप्रवक्ता मार्क टोनर ने अपने न्यूज कांफ्रेंस में रिपोर्टरों को बताया,’हम उम्मीद करेंगे कि वह इस मौके का लाभ उठाए।‘
आतंकी मुल्ला मंसूर की मौत के बाद आख़ुन्दज़ा बना तालिबान का मुखिया
अफगान सरकार की ओर से शांति की पहल किए जाने पर तालिबान ने हमेशा इंकार किया है।
टोनर ने कहा, ‘अखुंदजादा के सामने शांति की राह चुनने और समझौते की राह पर चलने का मौका दिया गया है। हम उम्मीद करते हैं कि वह अभी ही अपनी मर्जी बताएगा।‘
पहले ऐसे रिपोर्ट मिल रहे थे कि नए तालिबान प्रमुख ने ऑडियो टेप के जरिए अमेरिकी शांति वार्ता से इंकार कर दिया है। लेकिन अफगान तालिबान ने ऐसे किसी टेप के जारी करने से इंकार किया है।
'तालिबान को संरक्षण देने की पाकिस्तानी भूमिका उजागर'
महत्वपूर्ण बात यह है कि अब तक आतंकियों की सूची में अखुंदजादा का नाम नहीं है। ऐसा माना जा रहा है कि पहली बार कोई तालिबानी नेता पाकिस्तानी सीमा क्षेत्र में इस तरह से मारा गया है। यह माना जाता है कि पाकिस्तानी अधिकारी अफगान सीमावर्ती शहरों में तालिबान के नेताओं को समर्थन देते हैं।