गाय के कार्टिलेज से मिलेगी आर्थराइटिस में राहत
पेनसिल्वेनिया स्टेट यूनिवर्सिटी के सहायक प्रोफेसर ने कहा कि हमारा लक्ष्य ऐसे ऊतक बनाना है, जिनका इस्तेमाल घिस चुके ऊतकों के स्थान पर कर सकें।
वाशिंगटन, प्रेट्र। आर्थराइटिस पीडि़तों के लिए उम्मीद की नई किरण दिखी है। वैज्ञानिकों ने 3डी प्रिंटिंग के जरिये गाय के कार्टिलेज (उपास्थि) की मदद से पुराने और घिस चुके जोड़ों की मरम्मत का रास्ता खोजा है।
कार्टिलेज को बायोप्रिंटिंग के लिहाज से सर्वश्रेष्ठ टिश्यू माना जाता है क्योंकि यह एक ही प्रकार की कोशिका से बना होता है। इसमें कोई रक्त नलिका भी नहीं होती। अमेरिका की पेनसिल्वेनिया स्टेट यूनिवर्सिटी के सहायक प्रोफेसर इब्राहिम टी. ओज्बोलाट ने कहा, 'हमारा लक्ष्य ऐसे ऊतक बनाना है, जिनका इस्तेमाल घिस चुके ऊतकों के स्थान पर किया जा सके।
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आर्थराइटिस पीडि़तों को जोड़ों पर इस कारण बेहद तकलीफ का सामना करना पड़ता है। हम इसके लिए विकल्प तलाश रहे हैं। पहले की प्रक्रियाओं में खास हाइड्रोजेल में कार्टिलेज विकसित किया गया, लेकिन यह ज्यादा कारगर नहीं है।' नई तकनीक में खास ट्यूब की मदद से कार्टिलेज के रेशे तैयार किए जाते हैं और जरूरत के मुताबिक पट्टी तैयार कर ली जाती है।
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