रोहिंग्या मुस्लिमों पर अत्याचार की संरा जांच को तैयार नहीं म्यांमार
संयुक्त राष्ट्र की मानवाधिकार परिषद ने शुक्रवार को रोहिंग्या मुस्लिमों पर म्यांमार में पुलिस और सेना के लोगों के अत्याचार की शिकायतों की जांच का फैसला किया है।
यांगून, एएफपी। रोहिंग्या मुसलमानों पर हो रहे अत्याचारों की संयुक्त राष्ट्र (संरा) के जांच के फैसले से म्यांमार भड़क उठा है। उसने कहा है कि ऐसी जांच समस्या को और ज्यादा बढ़ाएगी, इसलिए वह इसकी अनुमति नहीं देगा। लंबे समय के संघर्ष के बाद म्यांमार से एक साल पहले ही लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई सरकार ने सत्ता संभाली है। इससे पहले वहां पर कई दशक तक सैन्य सरकार रही है।
जेनेवा स्थित संयुक्त राष्ट्र की मानवाधिकार परिषद ने शुक्रवार को रोहिंग्या मुस्लिमों पर म्यांमार में पुलिस और सेना के लोगों के अत्याचार की शिकायतों की जांच का फैसला किया है। सेना ने यह कार्रवाई अक्टूबर में आतंकियों द्वारा नौ पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद की थी। सैन्य कार्रवाई में बच्चों को मारे जाने, युवाओं को जिंदा जलाए जाने और महिलाओं के साथ सामूहिक बलात्कार किये जाने की शिकायतें प्राप्त हुई थीं। इस कार्रवाई से बचने के लिए हजारों रोहिंग्या मुस्लिम बांग्लादेश पहुंचे थे।
म्यांमार के विदेश मंत्रालय ने शनिवार को साफ कहा कि वह ऐसी किसी जांच में सहयोग नहीं करेगा। इस तरह की तथ्य तलाशने वाली जांच समस्या को और बढ़ाएगी, इसलिए वह उसके पक्ष में नहीं है। विदेश मंत्रालय ने कहा है कि म्यांमार सरकार खुद इस तरह के आरोपों की जांच उप राष्ट्रपति मिंट स्वे के नेतृत्व वाली संस्था से करा रही है। स्वे सेना के अवकाश प्राप्त जनरल हैं। संयुक्त राष्ट्र ने इस जांच को अपर्याप्त बताया है।
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