भारतीय मूल के अमेरिकी उद्योगपति ने मुस्लिमों पर पाबंदी को गलत बताया
मूलत: आजमगढ़, उत्तर प्रदेश के निवासी इस्लाम का मानना है कि मुसलमानों के अमेरिका आने पर प्रतिबंध लगाना गलत है।
नई दिल्ली, आइएएनएस। 1970 में जब फख्र-उल-इस्लाम (अब फ्रैंक एफ इस्लाम) ने किशोर उम्र में अमेरिका में कदम रखा था, तो इस देश ने अपने सभी दरवाजे उनके लिए खोल दिए थे। इसका नतीजा है कि आज उनकी गिनती भारतीय मूल के सबसे मशहूर अमेरिकी उद्योगपतियों में होती है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा छह मुस्लिम देशों के नागरिकों पर प्रतिबंध से 53 वर्षीय इस्लाम को लगता है कि यह यहां के इतिहास का सबसे काला अध्याय है।
मूलत: आजमगढ़, उत्तर प्रदेश के निवासी इस्लाम का मानना है कि मुसलमानों के अमेरिका आने पर प्रतिबंध लगाना गलत है। यह शर्मनाक और असंवैधानिक कदम है। यह वैसा नहीं है, जैसे हम हैं। यह अमेरिका का मूल्य नहीं है। इस तरह का प्रतिबंध अमेरिका के सबसे काले और वीभत्स इतिहास का प्रतिनिधित्व करता है। हम अपने अतीत में फिर से नहीं लौटना चाहते हैं।
हाल ही में भारत आए इस्लाम ने एक विस्तृत इंटरव्यू में कहा, 'ट्रंप को समझना चाहिए कि सिलिकन वैली का 35 फीसद कारोबार प्रवासियों के हाथों में है। हम वहां सिर्फ पैसा नहीं बनाते हैं, बल्कि दूसरों के लिए रोजगार के अवसर भी पैदा करते हैं।'
यह भी पढ़ें: बड़े दिलवाले पाकिस्तानी पिता ने दोषी भारतीय युवकों को किया माफ