Move to Jagran APP

पर्याप्‍त सुरक्षा मिलने पर ट्रायल के लिए तैयार हैं मुशर्रफ

जजों की नजरबंदी मामले में अदालत में पेश होने के लिए पूर्व पाकिस्‍तानी राष्‍ट्रपति मुशर्रफ ने उच्‍च सुरक्षा की मांग की है।

By Monika minalEdited By: Published: Wed, 15 Mar 2017 12:38 PM (IST)Updated: Wed, 15 Mar 2017 01:20 PM (IST)
पर्याप्‍त सुरक्षा मिलने पर ट्रायल के लिए तैयार हैं मुशर्रफ
पर्याप्‍त सुरक्षा मिलने पर ट्रायल के लिए तैयार हैं मुशर्रफ

इस्‍लाबाद (आइएएनएस)। पूर्व पाकिस्‍तानी राष्‍ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने निर्वासन खत्‍म करने के लिए पर्याप्‍त सुरक्षा की मांग की शर्त रखी है। मुशर्रफ ने कहा है कि यदि उन्‍हें सशस्‍त्र बल सुरक्षा मिले तो वे अपना निर्वासन खत्‍म कर देंगे।

loksabha election banner

पाकिस्‍तान में सैन्‍य शासन के पूर्व वकील अख्‍तर शाह ने आतंक रोधी अदालत में आवेदन जमा कराया जिसमें उन्‍होंने कहा कि जजों की नजरबंदी संबंधित केस का सामना मुशर्रफ करेंगे। पूर्व राष्‍ट्रपति ने पहले एटीसी से अधिकारियों को यह निर्देश देने का आग्रह किया था कि कोर्ट में उपस्‍थित होने के दौरान उन्‍हें फुलप्रूफ सुरक्षा मुहैया करायी जाए। इसके बाद अदालत ने इंस्‍पेक्‍टर जनरल ऑफ पुलिस और इंटीरियर सेक्रेटरी को उचित सुरक्षा व्‍यवस्‍था मुहैया कराने का आदेश दिया था। अब विशेष तौर पर उन्‍होंने रक्षा मंत्रालय से सुरक्षा के लिए बात किया है। शाह ने कोर्ट से बताया कि उनके मुवक्‍किल को आंतरिक मंत्रालय पर भरोसा नहीं, जिन्‍होंने उनके खिलाफ राजद्रोह की शिकायत दर्ज करायी थी। मुशर्रफ ने तब तक छूट मांगी है जब तक सुरक्षा व्‍यवस्‍था नहीं हो जाती। आवेदन में शाह ने कहा है याचिकाकर्ता पर्याप्‍त सुरक्षा व्‍यवस्‍था हो जाने पर ही अदालत में आना चाहता है। देश की स्‍थिति को बताते हुए वकील ने कहा सुरक्षा संबंधित खतरे अभी गंभीर हैं।

बता दें कि परवेज मुशर्रफ के खिलाफ देश के शीर्ष जजों को अवैध रूप से बंधक बनाने के आरोप में आपराधिक मामला दर्ज कराया गया। प्राथमिकी में कहा गया कि जनरल मुशर्रफ एवं अन्य ने पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट के जजों और उनके परिजनों को उनके आवास पर नजरबंद कर दिया था। इससे पूर्व सुप्रीम कोर्ट ने जनरल मुशर्रफ द्वारा 3 नवम्बर 2007 को घोषित आपातकाल एवं उस दौरान उठाये गये कदमों को अवैध एवं असंवैधानिक करार दिया था।

यह भी पढ़ें: परवेज मुशर्रफ ने तख्तापलट की घटनाओं को बताया सही, कहा- पाक में लोकतंत्र नहीं


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.