लकवाग्रस्त बेटे को MBA करवाने रोजाना क्लास लेकर आई मां, यूनिवर्सिटी ने मां-बेटे दोनों को दी डिग्री
एक अमेरिकी यूनिवर्सिटी में हुए दीक्षांत समारोह में एक बेटे और मां दोनों को एमबीए की मानद डिग्री से सम्मानित किया गया।
न्यूयॉर्क (एजेंसी)। एक अमेरिकी यूनिवर्सिटी में बीते दिनों जो दीक्षांत समारोह हुआ, वह अनूठा था। यहां बेटे को डिग्री दिलाने पहुंची मां को भी एमबीए की डिग्री दे दी गई। डिग्री पाने वाली मां का नाम जूडी ओ कोन्नोर है जबकि बेटे का नाम मार्टी ओ कोन्नोर है जो हाथ-पैर से लकवाग्रस्त है। उच्च शिक्षा के जज्बे के साथ उसने चैपमैन यूनिवर्सिटी के एमबीए पाठ्यक्रम में दाखिला लिया। मगर शारीरिक अक्षमता उसकी पढाई के आडे आ रही थी। ऐसे में उसकी मां जूडी ने बेटे की इच्छा पूरी करने की जिम्मेदारी उठाई। कोर्स के दौरान वह हर दिन बेटे को क्लास में ले जातीं, उसके साथ बैठकर लेक्चर सुनतीं और नोट्स बनातीं। यहां तक कि परीक्षा में उत्तर भी लिखतीं। बेटे के लिए मां का यह लगाव और समर्पण, यूनिवर्सिटी के शिक्षकों, प्रशासकों और ट्रस्टियों को इतना प्रभावित कर गया कि उन्होंने जूडी को एमबीए की मानद उपाधि देने का निर्णय ले लिया।
नहीं पता था मिलेगी डिग्री
दीक्षांत समारोह में जूडी व्हीलचेयर पर बैठे बेटे को उसकी डिग्री दिलाने गई थीं। जैसे ही उन्होंने बेटे की डिग्री प्राप्त की, तभी समारोह के उद्घोषक ने यह घोषणा कर दी कि उन्हें एमबीए की मानद उपाधि के लिए चुना गया है। यह सुन वहां मौजूद सभी लोग जूडी के सम्मान में ख़़डे हो गए। दुर्घटना से लकवाग्रस्त हुए मार्टी ने अमेरिका की कोलोराडो यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन करने के बाद एक पैकेजिंग कंपनी में सेल्समैन के तौर पर काम करना शुरू किया था। इसी बीच 2012 में सीढियों से गिरने की वजह से उसे लकवा हो गया। मार्टी बातचीत करने के लिए आईपैड, लैपटॉप, एक विशेष सॉफ्टवेयर व अन्य कुछ उपकरणों का इस्तेमाल करते हैं।
बेटे के लिए छोडा राज्य: प्राइमरी टीचर रहीं मार्टी की मां जूडी फ्लोरिडा में रह रही थीं। लेकेिन जब बेटे मार्टी ने दक्षिणी कैलिफोर्निया के ऑरेंज शहर की चैपमैन यूनिवर्सिटी में प़़ढने की इच्छा जाहिर की तो उन्होंने बेटे की मदद के लिए तुरंत राज्य छोड़ने का फैसला कर लिया।