4.5 अरब साल पहले पृथ्वी के दूसरे ग्रह से टकराने से बना था चंद्रमा
अध्ययन के अनुसार सतह की गहराई में लौह परत और दूसरे तत्वों के सुबूत वैज्ञानिकों की लंबे समय से चली आ रही परिकल्पना का समर्थन करते हैं।
वाशिंगटन, प्रेट्र । चंद्रमा की उत्पत्ति को लेकर अब तक कई तरह के दावे किए जा चुके हैं। एक ताजा अध्ययन में दावा किया गया है कि करीब 4.5 अरब साल पहले पृथ्वी से दूसरे ग्रह के टकराने से ही चंद्रमा अस्तित्व में बना था। इससे चंद्रमा की उत्पत्ति से जुड़ी सबसे ज्यादा प्रचलित परिकल्पना की ही पुष्टि होती है।
अध्ययन के अनुसार सतह की गहराई में लौह परत और दूसरे तत्वों के सुबूत वैज्ञानिकों की लंबे समय से चली आ रही परिकल्पना का समर्थन करते हैं। वैज्ञानिकों का मानना है चंद्रमा की उत्पत्ति पृथ्वी से हुई है। उनकी दलील है कि विशाल टुकड़े अंतरिक्ष में टकराए थे जिससे चंद्रमा की उत्पत्ति हुई। जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी से जुड़ी मेलिस लंदेउ ने कहा, 'हमारे परीक्षण सबसे प्रभावी परिकल्पना को अतिरिक्त साक्ष्य मुहैया कराते हैं।' इसी यूनिवर्सिटी के रिसर्च प्रोफेसर पीटर ओल्सन का कहना है कि यह पृथ्वी के उपग्रह के निर्माण संबंधी सबसे प्रचलित वैज्ञानिक परिकल्पना है। हालांकि यह अभी भी पूरी तरह साबित नहीं हो सका है।
यूरोपा पर मिले जलवाष्प
सौरमंडल के सबसे विशाल ग्रह बृहस्पति के चंद्रमा यूरोपा के बारे में चौंकाने वाली जानकारी मिली है। इसकी सतह से जलवाष्प निकलने की पहचान की गई है। इससे यह संकेत मिलता है कि हमारे सौरमंडल में जीवन का अस्तित्व हो सकता है। यह खोज नासा के हबल स्पेस टेलीस्कोप के जरिये की गई है।
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