जिसने टाइटेनिक को खोजा, अब वो एमएच370 को ढूंढेगा
मलेशिया एयरलाइंस के विमान एमएच370 को खोजने के लिए युद्ध स्तर पर काम किया जा रहा है। अब इस विमान को खोजने के लिए आस्ट्रेलिया उस तकनीक का इस्तेमाल करने जा रहा है जिससे 29 साल पहले टाइटेनिक को खोजा गया था। इससे पहले रोबोटयुक्त लघु पनडुब्बी ने खोज के सिलसिले में हिंद महासागर में अपना आठवां मिशन पूरा कर लिया थ
पर्थ। मलेशिया एयरलाइंस के विमान एमएच370 को खोजने के लिए युद्ध स्तर पर काम किया जा रहा है। अब इस विमान को खोजने के लिए आस्ट्रेलिया उस तकनीक का इस्तेमाल करने जा रहा है जिससे 29 साल पहले टाइटेनिक को खोजा गया था। इससे पहले रोबोटयुक्त लघु पनडुब्बी ने खोज के सिलसिले में हिंद महासागर में अपना आठवां मिशन पूरा कर लिया था, जिससे कोई सफलता हाथ नहीं लगी थी।
विमान की खोज के अगले चरण के लिए आस्ट्रेलिया अब मलेशिया, चीन और अमेरिका से विचार-विमर्श करेगा। विमान 8 मार्च से लापता है। एसोसिएट प्रेस ने आस्ट्रेलिया के रक्षा मंत्री डेविड जोनस्टन के बयान कोट करने हुए कहा है कि समुद्र में अत्याधिक शक्तिशाली साइड स्केन कमर्शियल सोनर क्यूप्मेंट को भेजा जा सकता है। यह उसी तरह की प्रणाली है जिससे सन 1985 में एटलांटिक सागर में 3,800 मीटर गहरे पानी में टाइटेनिक को खोजा गया था।
उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है, अगले चरण में हम ज्यादा क्षमता वाले और शक्तिशली साइड स्केन सोनर को गहरे पानी में उतारेंगे।' आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री टोनी एबॉट ने कहा कि विमान का प्रभावी क्षेत्र समुद्र तट से 700 किमी लंबा और 80 किमी चौड़ा होगा। उन्होंने कहा कि अगर वर्तमान सर्च जोन में कुछ नहीं मिला तो नई खोजी रणनीति को लागू किया जाएगा। एबॉट ने कहा, 'यदि इस दौरान कुछ भी नहीं मिलता, तो भी हम खोजना बंद नहीं करेंगे। हम खोज के लिए दोबारा सोचेंगे, लेकिन हम तब तक नहीं रुकेंगे जब तक इस रहस्य को सुलझाने के लिए हर संभव कोशिश न कर लें।'
गौरतलब है कि खोज की अगुवाई कर रहे, पर्थ स्थित जॉइंट एजेंसी कोऑर्डिनेशन सेंटर (जेएसीसी) ने एक बयान में कहा था कि ब्लूफिन-21 एयूवी ने पानी के अंदर खोज वाले हिस्से में अपना आठवां मिशन पूरा कर लिया है। ब्लूफिन-21 ने अब तक उस जल क्षेत्र के दो तिहाई भाग में खोज कर ली है जिसे विमान के मलबे की तलाश के लिए तय किया गया था।
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