फ्रांस की शीर्ष अदालत ने बुर्किनी से प्रतिबंध हटाया
विलेन्यू लुबे उन 30 फ्रांसीसी शहरों में से एक है जहां हाल ही में बुर्किनी पर प्रतिबंध लगाया गया है।
पेरिस, रायटर/ प्रेट्र । फ्रांस की शीर्ष अदालत ने शुक्रवार को स्विमसूट बुर्किनी से प्रतिबंध हटा दिया। काउंसिल ऑफ स्टेट ने लीग ऑफ ह्यूमन राइट्स की याचिका पर सुनवाई करते हुए इस प्रतिबंध को मौलिक अधिकारों का गंभीर और खुलेआम उल्लंघन करार दिया। तटीय शहर विलेन्यू लुबे में बुर्किनी पर प्रतिबंध के बाद यह याचिका दायर की गई थी।
विलेन्यू लुबे उन 30 फ्रांसीसी शहरों में से एक है जहां हाल ही में बुर्किनी पर प्रतिबंध लगाया गया है। अदालत का अंतिम फैसला आने तक यह प्रतिबंध निलंबित किया गया है। फ्रेंच काउंसिल ऑफ मुस्लिम फेथ ने फैसले का स्वागत किया है। लीग ऑफ ह्यूमन राइट्स ने कहा है कि यह फैसला अन्य शहरों पर भी लागू होता है। लेकिन, कोर्सिका के मेयर ने कहा है कि वे प्रतिबंध नहीं हटाएंगे। इसका सीधा मतलब है कि मुसलमानों, नागरिक अधिकार समर्थकों और नारीवादियों को नाराज करने वाले इस फैसले पर फ्रांस फिलहाल बहस खत्म नहीं होगी। प्रतिबंध को लेकर सरकार में भी आम राय नहीं है।
प्रधानमंत्री मैनुअल वाल्स जहां इसके समर्थन में हैं, वहीं कुछ मंत्रियों ने सार्वजनिक तौर पर प्रतिबंध की आलोचना की है। उल्लेखनीय है बुर्किनी ऐसा स्विमसूट है जिसमें महिलाओं का पूरा शरीर ढक जाता है। आमतौर पर मुस्लिम महिलाएं इसका इस्तेमाल करती हैं। कान, नीस और रिवेरा जैसे बड़े तटीय शहरों में भी इसके इस्तेमाल पर प्रतिबंध है। पिछले दिनों नीस में समुद्र तट पर जबरन एक महिला का बुर्किनी उतरवाते पुलिसकर्मियों का वीडियो भी वायरल हुआ था।
लंदन के मेयर ने जताई नाराजगी
बुर्किनी पर प्रतिबंध को लेकर लंदन के पहले मुस्लिम मेयर सादिक खान ने नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा है कि महिलाओं का पहनावा तय करने हक किसी को नहीं है। उनकी यह टिप्पणी प्रतिबंध के विरोध में ब्रिटिश राजधानी में फ्रांसीसी दूतावास के बाहर हुए प्रदर्शन के बीच आई है। फ्रांसीसी राजधानी में अपनी पेरिस की समकक्ष एनी हिदाल्गो के साथ गुरुवार को मुलाकात में खान ने कहा कि इस तरह का प्रतिबंध लगाना सही नहीं है। हमें अलग-अलग संस्कृतियों का सम्मान करना चाहिए। महिलाओं को क्या पहनना चाहिए और क्या नहीं, यह हुक्म उन्हें कोई नहीं दे सकता।
जर्मन मेयर ने हिजाब पहनने पर इंटर्न को निकाला
जर्मनी के ल्यूकेनवाल्दे शहर के मेयर ने हिजाब पहनने के कारण एक इंटर्न की नौकरी के पहले ही दिन छुट्टी कर दी। 48 साल की इंटर्न फलस्तीनी शरणार्थी हैं। शरणार्थियों से जुड़े एक प्रोजेक्ट पर काम करने के लिए उसकी छह सप्ताह के लिए नियुक्ति की गई थी। मीडिया रिपोर्टो के अनुसार महिला के हिजाब उतारने से इन्कार करने पर मेयर ने उसे हटाने का आदेश दिया था। जर्मनी में बुर्का पर प्रतिबंध को लेकर जारी बहस के बीच यह खबर आई है।
जर्मनी में बुर्का समेत चेहरे पर नकाब पहननेे पर लगा प्रतिबंध
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