कुवैत ने ईरान के पंद्रह राजनयिकों को निकाला
'टेरर सेल' से कथित संबंधों की पुष्टि होने के बाद कुवैत ने यह कदम उठाया है।
कुवैत सिटी, एएफपी। खाड़ी संकट के और गहराने के आसार बढ़ गए हैं। आतंकियों से संपर्क रखने को लेकर कुवैत ने ईरान के 15 राजनयिकों को निष्कासित कर दिया है। इसके अलावा ईरानी सैन्य, सांस्कृतिक और व्यापार मिशन को बंद करने का आदेश दिया है। 'टेरर सेल' से कथित संबंधों की पुष्टि होने के बाद कुवैत ने यह कदम उठाया है।
कुवैत के सुप्रीम कोर्ट ने पिछले महीने आतंकी सेल के मास्टरमाइंड को ईरानी सेना और हिजबुल्ला (लेबनान) से संपर्क रखने के मामले में दोषी करार देते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई थी। इसके अलावा 20 अन्य को भी कैद की सजा सुनाई थी। इन्हें कुवैत में आतंकी हमले की साजिश रचने के मामले में भी दोषी ठहराया गया था। राज्य मंत्री शेख मुहम्मद अब्दुल्ला अल-सबाह ने ईरानी राजनयिकों के खिलाफ कार्रवाई की पुष्टि की है। उन्होंने गुरुवार को बताया, 'सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद कुवैत सरकार ने ईरान के खिलाफ वियना समझौते के प्रावधानों के तहत कदम उठाया।' अब्दुल्ला ने विस्तृत ब्योरा देने से इन्कार कर दिया। मालूम हो कि यह घटना ऐसे समय समाने आई है, जब ईरान के साथ संबंधों को लेकर सऊदी अरब और सहयोगी देशों ने कतर को प्रतिबंधित कर दिया है। मौजूदा संकट से निपटने में कुवैत सक्रिय भूमिका निभा रहा है।
सुप्रीम कोर्ट ने बदला फैसला
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, आतंकी सेल के 26 में से 14 सदस्य समुद्री रास्तों के जरिये ईरान भाग चुके हैं। सुप्रीम कोर्ट ने 18 जून को निचली अदालत के फैसले को पलटते हुए आरोपियों को दोषी ठहराया और उन्हें पांच से 15 साल तक कैद की सजा सुनाई थी। कुवैत के गृह मंत्रालय ने मंगलवार को 14 संदिग्धों के फरार होने की बात कही थी। हालांकि, अधिकारियों ने स्पष्ट किया था कि इन लोगों ने आधिकारिक रास्तों के जरिये देश नहीं छोड़ा है। आतंकी सेल का पता अगस्त, 2015 में चला था। कुवैती अधिकारियों ने भारी मात्रा में विस्फोटक और हथियार बरामद किया था।