जानिए कागज का पंखा कैसे बना जापानी मंत्री की मुसीबत, गई कुर्सी
राजनीतिक कोष में घोटाले के आरोपों के चलते जापान की व्यापार और उद्योग मंत्री ने सोमवार को इस्तीफा दे दिया, वहीं कागज का पंखा बांट चुनाव कानून तोड़ने के आरोपों के चलते न्यायमंत्री ने भी अपना पद छोड़ दिया। 2012 में सत्ता संभालने के बाद प्रधानमंत्री शिंजो आबे के लिए यह सबसे बड़ा राजनीतिक झटका माना जा रहा है।
तोक्यो। राजनीतिक कोष में घोटाले के आरोपों के चलते जापान की व्यापार और उद्योग मंत्री ने सोमवार को इस्तीफा दे दिया, वहीं कागज का पंखा बांट चुनाव कानून तोड़ने के आरोपों के चलते न्यायमंत्री ने भी अपना पद छोड़ दिया। 2012 में सत्ता संभालने के बाद प्रधानमंत्री शिंजो आबे के लिए यह सबसे बड़ा राजनीतिक झटका माना जा रहा है।
दो प्रमुख महिला मंत्रियों के इस्तीफे से महत्वपूर्ण नीतियों पर निर्णय का मामला और उलझ सकता है। इनमें अलोकप्रिय राष्ट्रीय सेल्स टैक्स योजना और परमाणु रिएक्टरों को दोबारा चालू करने के बारे में निर्णय शामिल हैं। 2011 में फुकुशिमा परमाणु हादसे के बाद देश के सभी परमाणु रिएक्टर बंद कर दिए गए थे।
इस्तीफा देने वाली 40 साल की व्यापार एवं उद्योग मंत्री यूको ओबुची ने एक प्रेस कांफ्रेंस ने कहा कि उनके समर्थकों पर राजनीतिक कोष के दुरपयोग के आरोप लगने के बाद वे अपने पद से इस्तीफा दे रही हैं। ओबुची परमाणु रिएक्टरों की दोबारा चालू करने की आबे की योजना की सबसे बड़ी हिमायती थीं। उन्होंने कहा कि सिर्फ मेरी समस्याओं के कारण देश की आíथक नीतियों और ऊर्जा नीति को यूं ही नहीं पड़े रहने दिया जा सकता। उन्होंने माफी भी मांगी। ओबुची पूर्व प्रधानमंत्री की बेटी हैं और उन्हें जापान की पहली महिला प्रधानमंत्री पद की दावेदार के रूप में देखा जाता है।
न्याय मंत्री मिदोरी मत्सुशिमा ने भी दिया इस्तीफा
इसके कुछ ही घंटों बाद न्याय मंत्री मिदोरी मत्सुशिमा ने भी मंत्री पद छोड़ दिया। विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी ने मत्सुशिमा के खिलाफ एक आपराधिक शिकायत दाखिल करते हुए आरोप लगाया था कि उन्होंने मतदाताओं को कागज के पंखे बांटकर चुनाव कानून का उल्लंघन किया था।
हाल में हुआ था फेरबदल
आबे ने सितंबर में ही अपने मंत्रिमंडल में फेरबदल करते हुए ओबुची और मत्सुशिमा सहित पांच महिलाओं को कैबिनेट में शामिल किया था। उनके इस कदम को लोकप्रियता बटोरना और महिलाओं को आगे बढ़ाने की अपनी वचनबद्धता को जताना था। अर्थव्यवस्था में दोबारा जान फूंकने के लिए अपनी 'एबेनॉमिक्स' रणनीति के तहत उन्होंने ये कदम उठाए थे।
आबे ने जनता से माफी मांगी
अपने दफ्तर में पत्रकारों से बातचीत में प्रधानमंत्री आबे ने कहा- मैंने उन्हें नियुक्त किया था और बतौर प्रधानमंत्री मैं इसकी जिम्मेदारी लेता हूं। मैं देश वासियों से इसके लिए माफी मांगता हूं। आबे ने कहा कि वे जल्द ही इन दोनों पदों पर नए मंत्रियों की नियुक्ति करना चाहते हैं।