इटली में अल-कायदा के नेटवर्क का खुलासा
इटली ने देश में सक्रिय अल-कायदा के एक नेटवर्क का खुलासा किया है। इनसे जुड़े आतंकियों की धर-पकड़ के लिए बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया गया है। इतालवी पुलिस को 18 आतंकियों की तलाश है। इनमें से छह को पकड़ने में अब तक कामयाबी मिली है। शेष की तलाश
रोम। इटली ने देश में सक्रिय अल-कायदा के एक नेटवर्क का खुलासा किया है। इनसे जुड़े आतंकियों की धर-पकड़ के लिए बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया गया है। इतालवी पुलिस को 18 आतंकियों की तलाश है। इनमें से छह को पकड़ने में अब तक कामयाबी मिली है। शेष की तलाश में देश के कई शहरों में छापेमारी की जा रही है। इनके इटली से भागने की भी आशंका जताई जा रही है।
अल-कायदा की कैद में सालों तक रहे इतालवी नागरिक लो पोर्तो की मौत की खबर सामने आने के बाद यह खुलासा हुआ है। गुरुवार को व्हाइट हाउस ने बताया था कि जनवरी में अमेरिकी ड्रोन हमले में अल-कायदा के बंधक अमेरिकी नागरिक लारेन विंस्टीन और लो पोर्तो की मौत हो गई थी।
ओसामा के अंगरक्षक
गिरफ्तार आतंकियों में से दो अल-कायदा के पूर्व प्रमुख ओसामा बिन लादेन के अंगरक्षक रह चुके हैं। अन्य अक्टूबर 2009 में पाकिस्तान के पेशावर के मीना बाजार में हुए धमाके में वांछित हैं। इस धमाके में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी।
मानव तस्करी से जुड़े थे
इटली के गृह मंत्री एंजेलिनो अल्फानो ने बताया कि ये आतंकी मानव तस्करी के एक गिरोह से जुड़े थे। सार्डिनिया से संचालित इस गिरोह के खिलाफ छह साल पहले जांच शुरू की गई थी। लंबी जांच के बाद पता चला कि गिरोह से जुड़े लोग आतंकी गतिविधियों में भी संलिप्त हैं। सार्डिनिया इटली का एक तटवर्ती शहर है। यहां दुनिया के बड़े-बड़े रईस छुट्टियां मनाने के लिए पहुंचते हैं।
आमदनी भेजते थे पाक
इस गिरोह का मुख्य काम पाकिस्तान और अफगानिस्तान के लोगों को इटली के रास्ते यूरोप में प्रवेश कराना था। इससे होने वाली कमाई पाकिस्तान के एक इस्लामी कट्टरपंथी संगठन को भेजी जाती थी।
कई देश निशाने पर
सार्डिनिया के मुख्य अभियोजक माउरो मुरा ने बताया कि सभी आतंकी पाकिस्तान और अफगानिस्तान के हैं। अफगानिस्तान, पाकिस्तान, पश्चिमी देशों के अलावा वेटिकन भी इनके निशाने पर था।
अफ-पाक में पनाहगाह से अमेरिका चिंतित
वाशिंगटन : अमेरिका ने अफगानिस्तान-पाकिस्तान की सीमा से सटे इलाकों में शीर्ष अल-कायदा नेताओं के छिपे होने पर चिंता जताई है। व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जोश अर्नेस्ट ने कहा कि अमेरिकी प्रयासों के कारण अल-कायदा का केंद्रीय नेतृत्व तबाह हो गया। पर अफगानिस्तान-पाकिस्तान में इनके बचे हुए नेताओं का पनाहगाह होना अब भी चिंता का विषय है।
पाकिस्तान में था ठिकाना
अमेरिकी मीडिया की खबरों में कहा गया है कि अल-कायदा के जिस ठिकाने पर ड्रोन हमले में दो बंधकों की मौत हो गई थी वह पाकिस्तान में मौजूद था। हालांकि अमेरिकी प्रशासन ने इस ठिकाने की पहचान सार्वजनिक करने से इंकार कर दी है।
चरमपंथ हमेशा बुरा होता है : भारत
संयुक्त राष्ट्र : भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से हिंसक चरमपंथी संगठनों को किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करने की नीति अपनाने की अपील की है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी उप प्रतिनिधि भगवंत बिश्नोई ने कहा कि आतंकी अच्छे और बुरे नहीं हो सकते। हिंसक चरमपंथ हमेशा बुरा होता। इसे कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति होनी चाहिए। वे 'हिंसक चरमपंथ और शांति को बढ़ावा देने में युवाओं की भूमिका' विषय पर परिषद में भारत का पक्ष रख रहे थे।