आइएस आतंकियों के बनाए अस्पताल में भारतीय डॉक्टर भी
क्रूर आतंकी गुट इस्लामिक स्टेट ने नेशनल हेल्थ सर्विस (एनएचएस) की तरह अपने अस्पताल का एक प्रमोशनल वीडियो जारी किया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, वीडियो में ऑस्ट्रेलियाई और भारतीय डॉक्टर दिखाई दे रहे हैं। वीडियो आइएस से संबंधित सोशल मीडिया अकाउंट्स पर अपलोड किया गया है। हालांकि, इस वीडियो
रक्का। क्रूर आतंकी गुट इस्लामिक स्टेट ने नेशनल हेल्थ सर्विस (एनएचएस) की तरह अपने अस्पताल का एक प्रमोशनल वीडियो जारी किया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, वीडियो में ऑस्ट्रेलियाई और भारतीय डॉक्टर दिखाई दे रहे हैं। वीडियो आइएस से संबंधित सोशल मीडिया अकाउंट्स पर अपलोड किया गया है। हालांकि, इस वीडियो की विश्वसनीयता की पुष्टि नहीं हो सकी है।
वीडियो में डॉक्टर भी एनएचएस के जैसी ही नीली ड्रेस पहने दिख रहे हैं। वीडियो में दिख रहे ऑस्ट्रेलियाई डॉक्टर अबु युसूफ और भारतीय डॉक्टर अबु मुकातिल अल ने पश्चिमी देशों के डॉक्टरों और मेडिकल पेशेवरों से आइएस में शामिल होने की अपील की है।
माना जा रहा है कि यह वीडियो सीरिया के रक्का जनरल हॉस्पिटल में बनाया गया है। यह इलाका आइएस के आतंकियों का गढ़ है। इसमें पहला डॉक्टर उस हेल्थ मिनिस्ट्री की स्थापना के बारे में बता रहा है, जो इस्लामिक स्टेट के क्षेत्र में स्वास्थ सेवाओं को नियंत्रित करती है। इसमें रक्का हॉस्पिटल भी शामिल है। आइएस इस अस्पताल के नवीनीकरण का दावा करता है।
वीडियो में दूसरा डॉक्टर इंटेन्सिव केयर यूनिट के बारे में बताता है, जिसमें सैन्य अभियानों और हादसों में घायलों के इलाज की बात बताई जा रही है। वहीं, तीसरा डॉक्टर एक्स-रे डिपार्टमेंट के बारे में बताता है। इस यूनिट में अकेले महिलाएं हैं।
वीडियो में दिखाए जाने वाला ऑस्ट्रलियाई डॉक्टर अबु यूसुफ ने बताया कि वो अपना देश छोड़कर आइएस में शामिल होने आया था और जिहाद के लिए अपनी चिकित्सकीय कौशल का इस्तेमाल कर रहा है। उसे इनक्यूबेटर में नवजात का इलाज करते दिखाया गया है, जिसके बाद अस्पताल के सुविधायुक्त चिल्ड्रेन्स वॉर्ड को भी दिखाया गया है।
[साभार: नई दुनिया]
आइएस का कलंक छुड़ाने के लिए ये क्या कर रहीं यजीदी लड़कियां?
मारा गया बर्बर आतंकी आइएस प्रमुख बगदादीः रेडियो ईरान का दावा