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विश्‍व धरोहरों में शामिल 'पाल्‍मीरा' में घुसे आइएस आतंक‍ी

सीरिया के एतिहासिक शहर पाल्‍मीरा के एक हिस्‍से पर इस्लामिक स्टेट (आइएस) के आतंकियों ने कब्‍जा जमा लिया है। पल्माइरा एक प्राचीन शहर है। यहां प्राचीन भग्नावशेष हैं, जो सांस्कृतिक लिहाज से काफी महत्व रखते हैं। इन धरोहरों को आतंकी संगठन द्वारा नुकसान पहुंचाने का खतरा पैदा हो गया है।

By Sanjay BhardwajEdited By: Published: Thu, 21 May 2015 10:05 AM (IST)Updated: Thu, 21 May 2015 10:48 AM (IST)
विश्‍व धरोहरों में शामिल 'पाल्‍मीरा' में घुसे आइएस आतंक‍ी

दश्मिक। सीरिया के एतिहासिक शहर पाल्मीरा के एक हिस्से पर इस्लामिक स्टेट (आइएस) के आतंकियों ने कब्जा जमा लिया है। पल्माइरा एक प्राचीन शहर है। यहां प्राचीन भग्नावशेष हैं, जो सांस्कृतिक लिहाज से काफी महत्व रखते हैं। इन धरोहरों को आतंकी संगठन द्वारा नुकसान पहुंचाने का खतरा पैदा हो गया है।

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सीरिया के सरकारी टीवी चैनल के मुताबिक सुरक्षा बलाें को शहर से हटा लिया गया है। ज्यादातर लोगों से भी शहर को खाली करवा लिया गया है। आइएस आतंकी दक्षिण में स्थित ऐतिहासिक स्थल में दाखिल हो चुके हैं। पाल्मीरा पर कब्जे की लड़ाई 13 मई को शुरू हुई थी। उसके बाद से संघर्ष में 350 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं।

पाल्मीरा एक प्रचाीन शहर है जो यूनेस्को की विश्व धरोहरों की सूची में शामिल है। यूनेस्कों के मुताबिक, पाल्मीरा में प्राचीन भग्नावेश हैं जो प्राचीन संस्कृति के लिहाज से काफी महत्व रखते हैं। सीरिया के गृहमंत्री मोहम्मद अल शार का कहना है कि सरकार इस ऐतिहासिक स्थल को बचाने की पूरी कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि दुनिया की भी पल्मीरा को बचाने की जिम्मेदारी है।

सीरिया में प्राचीन वस्तुओं की देखभाल के प्रमुख मामुन अब्दुल करीम के मुताबिक सैकड़ों बहुमूल्य प्राचीन कलाकृतियों को ऐतिहासिक स्थल पर मौजूद संग्रहालय से हटाकर सुरक्षित जगह पहुंचा दिया गया है। लेकिन उन सुंदर मंदिरों और कब्रगाहों को बचाना मुश्किल है जो शहर में ही मौजूद हैं, जिन्हें हटाया नहीं जा सकता।

इस्लामिक स्टेट इससे पहले इराक में भी इस तरह की प्राचीन धरोहरों को नष्ट कर चुका है। सीरिया के इस रेगिस्तानी इलाके में पहली और दूसरी शताब्दी में राेमन का राज था। इस हिस्से पर आइएस अपनी पकड़ मजबूत करने का प्रयास कर रहा है। यह इलाका सामरिक व रणनीतिक रूप से काफी महत्वपूर्ण है और यहां तेल और गैस की मौजूदगी भी है इसलिए अाइएस इस जगह को कब्जे में लेने की कोशिश कर रहे हैं।

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