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भारत की इस्लामिक विरासत ने कट्टरपंथी ताकतों को नकारा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को मध्य एशिया की यात्रा के दौरान कहा कि भारत और मध्य एशिया के उच्चतम आदर्शों से इस्लामिक विरासत की पहचान बनी। उन्होंने आतंकवाद से निपटने के लिए रक्षा क्षेत्र में सहयोग की वकालत करते हुए कहा कि भारत की इस्लामिक विरासत ने कïट्टरपंथी ताकतों

By Sachin kEdited By: Published: Wed, 08 Jul 2015 01:40 AM (IST)Updated: Wed, 08 Jul 2015 05:53 AM (IST)
भारत की इस्लामिक विरासत ने कट्टरपंथी ताकतों को नकारा

एस्टाना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को मध्य एशिया की यात्रा के दौरान कहा कि भारत और मध्य एशिया के उच्चतम आदर्शों से इस्लामिक विरासत की पहचान बनी। उन्होंने आतंकवाद से निपटने के लिए रक्षा क्षेत्र में सहयोग की वकालत करते हुए कहा कि भारत की इस्लामिक विरासत ने कट्टरपंथी ताकतों को हमेशा ही नकारा है।

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उज्बेकिस्तान से मंगलवार की सुबह ही कजाकिस्तान की राजधानी के लिए रवाना हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वह प्राचीन संबंधों का नया अध्याय लिखने आए हैं। मोदी ने कहा कि मध्य एशिया में ही भारतीय और इस्लामिक सभ्यताओं का मिलाप हुआ। इन दोनों प्राचीन सभ्यताओं ने ना सिर्फ धार्मिक आधार पर बल्कि चिकित्सा, विज्ञान, गणित और ज्योतिष के क्षेत्र में भी एक-दूसरे को समृद्ध किया है।... भारत और मध्य एशिया इस्लाम के उच्च आदर्शों से-जैसे ज्ञान, कल्याण और समर्पण से बंधे हैं। यह विरासत प्रेम और आस्था के सिद्धांतों पर खड़ी की गई है।

नाजेरबायेव यूनिवर्सिटी में अपने आधे घंटे के संबोधन में उन्होंने जमकर मध्य एशियाई देशों के साथ रक्षा और सुरक्षा सहयोग बढ़ाने पर बल दिया। उन्होंने कहा, 'हम अस्थिरता के मंजरों से घिरे हैं। कट्टरवाद और आतंकवाद के साए में हम सब जी रहे हैं। हम आतंकवाद को देशों और संगठनों के साए में फलते-फूलते देख रहे हैं। साइबर स्पेस भी ऐसा सीमा रहित बड़ा खतरा बन गया है जहां से आतंकियों की भर्ती होती है। उन्होंने कहा कि इसलिए इस यात्रा के दौरान वह क्षेत्रीय रक्षा और सुरक्षा सहयोग को मजबूत करने पर बल दे रहे हैं।

कजाकिस्तान से समझौते आज :

मोदी ने कजाक प्रधानमंत्री करीम मैसिमोव से विभिन्न द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर बातचीत की। वह कजाक राष्ट्रपति से बुधवार को मिलेगें। तभी दोनों देशों के बीच ऊर्जा के क्षेत्र समेत कई अन्य क्षेत्रों में समझौते होंगे।

ताशकंद में दी शास्त्री को श्रद्धांजलि :
आठ दिवसीय यात्रा के पहले चरण ताशकंद में नरेंद्र मोदी ने देश के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए उन्हें भारत का गौरवशाली बेटा बताया। शास्त्री जी का निधन 1966 में ताशकंद में ही दिल का दौरा पड़ने से हुआ था।

हिंदी बोलने से प्रभावित मोदी :
ताशकंद में छात्रों और भारतीय समुदाय के लोगों को हिंदी बोलते और हिंदी गाने गाते देखकर प्रधानमंत्री मोदी बहुत प्रभावित हुए। उन्होंने कहा कि विदेशी धरती पर अजनबियों के बीच भी अपनी भाषा बांधे रखती है। उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति इस्लाम कारिमोव और प्रधानमंत्री शौकत मिरोनोमोविच के साथ भोज के दौरान मोदी के स्वागत में भारतीय गीत गाए गए।

ब्रिक्स के लिए आज रूस पहुंचेगे मोदी :
मोदी ब्रिक्स और शंघाई सहयोग संगठन सम्मेलनों में शिरकत करने के लिए बुधïवार को रूस के उफा शहर पहुंचेंगे। यहां तीन दिवसीय प्रवास में उनके पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग से मिलने की संभावना है। शंघाई सम्मेलन में भारत को छह सदस्यीय समूह में पूर्ण सदस्यता की उम्मीद है।

मध्य एशिया में भारतीय और इस्लामी सभ्यताओं का मिलाप हुआ।

-नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री

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