फिलीपींस के शहर में आइएस आतंकियों से सेना का टकराव
आतंकियों ने कई प्रमुख इमारतों पर अपने काले झंडे भी फहरा दिये हैं। शहर के कई इलाकों में गोलीबारी की आवाज सुनी गई है।
मारावी, एपी। आतंकी संगठन आइएस के आतंकियों से निपटने के लिए दक्षिण फिलीपींस के शहर मारावी में बृहस्पतिवार को सेना के टैंक के साथ बख्तरबंद गाडि़यां सड़कों पर उतर गईं। शहर में आतंकियों ने 13 ईसाइयों को बंधक बनाकर आगजनी शुरू कर दी है। उन्होंने कई प्रमुख इमारतों पर अपने काले झंडे भी फहरा दिये हैं। शहर के कई इलाकों में गोलीबारी की आवाज सुनी गई है।
21 लोगों की मौत
मंगलवार को स्थिति तब बिगड़ी जब सेना अमेरिका के मोस्ट वांटेड आतंकियों की सूची में शामिल इस्नीलोन हैपीलोन को पकड़ने के लिए पहुंची। इस आतंकी पर अमेरिका ने पांच मिलियन डॉलर (32 करोड़ रुपये) का इनाम घोषित कर रखा है। आतंकी को घेरने की भनक लगते ही उसके साथियों ने सेना पर फायरिंग शुरू कर दी। दोनों ओर से हुई फायरिंग में 21 लोग मारे गए।
मार्शल ला घोषित
एक स्थान पर शहर के पुलिस प्रमुख को आतंकियों ने पकड़ लिया और उनकी गर्दन काट दी। मुस्लिम बहुल इस शहर में इस समय हैपीलोन कहां है, कोई नहीं जानता। घटना के बाद राष्ट्रपति रोड्रिगो दुतेर्ते ने इलाके में मार्शल ला घोषित कर दिया है। अपने तीखे तेवरों के लिए ख्यात दुतेर्ते ने शहर वासियों को स्पष्ट संदेश दे दिया है कि अगर वे सेना से लड़ेंगे तो उनको मारा जाना तय है। राष्ट्रपति के संदेश के बाद शहर से लोग भागने लगे। बृहस्पतिवार को आकाश में एयरफोर्स के दो हेलीकॉप्टर भी उड़ते देखे गए। पता चला है कि शहर का बड़ा हिस्सा सील कर दिया गया है और सेना घरों की तलाशी ले रही है।
कौन है हैपीलोन
हैपीलोन अरबी बोलने वाला इस्लामिक धर्म प्रचारक है, जिसने कमांडो ट्रेनिंग भी ले रखी है। वह 2014 में आइएस में शामिल हुआ था और संगठन के साएफ मिलिटेंट ग्रुप का कमांडर था। एक हवाई हमले में घायल होने के बाद वह फिलीपींस चला आया था।
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