Move to Jagran APP

आइएस से ज्यादा बर्बर है अमेरिका

अमेरिका में भारतीय मूल की प्रोफेसर दीपा कुमार के ट्वीट पर हंगामा खड़ा हो गया है। रटगर्स यूनिवर्सिटी में पत्रकारिता और मीडिया अध्ययन की एसोसिएट प्रोफेसर कुमार ने ट्वीट में अमेरिका को आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आइएस) से ज्यादा बर्बर बताया है।

By Sachin BajpaiEdited By: Published: Sat, 01 Aug 2015 08:13 PM (IST)Updated: Sat, 01 Aug 2015 08:37 PM (IST)
आइएस से ज्यादा बर्बर है अमेरिका

न्यूयॉर्क । अमेरिका में भारतीय मूल की प्रोफेसर दीपा कुमार के ट्वीट पर हंगामा खड़ा हो गया है। रटगर्स यूनिवर्सिटी में पत्रकारिता और मीडिया अध्ययन की एसोसिएट प्रोफेसर कुमार ने ट्वीट में अमेरिका को आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आइएस) से ज्यादा बर्बर बताया है। एक वेबसाइट द्वारा करीब चार महीने पुराने इस ट्वीट को प्रचारित करने के बाद सोशल मीडिया में लोग नाराजगी जता रहे हैं।

loksabha election banner

कुमार ने 26 मार्च को हैशटैग नो टू वार के साथ ट्वीट किया था,'हां आइएसआइएस बर्बर है, लेकिन अमेरिका उससे भी ज्यादा, क्योंकि इराक, अफगानिस्तान और पाकिस्तान में अमेरिका के हमले में 13 लाख लोग मारे गए हैं।' आतंकवाद के जानकारों ने इसे बेतुका बताया है। नॉर्थईस्टर्न यूनिवर्सिटी में राजनीति विज्ञान के प्राध्यापक मैक्स अब्राहम ने फॉक्स न्यूज को बताया कि वैचारिक रूप से दिवालिया व्यक्ति ही अमेरिका को आइएस से ज्यादा बर्बर बता सकता है। हैशटैग लूजर के साथ ट्वीट करते हुए लॉरी हेंड्री ने दीपा कुमार को आइएस के नियंत्रण वाले इलाके में जाकर रहने की सलाह दी है। दूसरी ओर, कई लोगों ने दीपा कुमार का समर्थन करते हुए कहा है कि उन्हें अमेरिकी कार्रवाई पर अपना विचार रखने का हक है।

गौरतलब है कि यह पहला मौका नहीं है जब दीपा कुमार विवादों में हैं। पिछले साल एक फेसबुक पोस्ट में उन्होंने श्र्वेतों को लेकर नस्लीय टिप्पणियां की थी। वे रटगर्स यूनिवर्सिटी में पूर्व विदेश मंत्री कोंडलिजा राइस के संबोधन का विरोध करने को लेकर भी चर्चा में रहीं हैं। ऑनलाइन मा‌र्क्सवाद का प्रचार करने वालीं दीपा इस्लाम और कॉरपोरेट पर एक किताब भी लिख चुकीं हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.