Move to Jagran APP

आइएसआइएस का फरमान खतना कराएं सभी महिलाएं

आतंकी गुट आइएसआइएस ने इराक के कब्जे वाले इलाकों में अपना कट्टर एजेंडा लागू करना शुरू कर दिया है। आइएसआइएस ने 11 से 46 साल की सभी महिलाओं को खतना करवाने का फतवा जारी किया है। इराक में संयुक्त राष्ट्र (यूएन) की वरिष्ठ अधिकारी जैकलीन बेडकॉक ने आतंकी गुट के इस फरमान पर चिंता जताते हुए कहा, बृहस्पतिवार सु

By Edited By: Published: Thu, 24 Jul 2014 11:23 PM (IST)Updated: Thu, 24 Jul 2014 11:23 PM (IST)
आइएसआइएस का फरमान खतना कराएं सभी महिलाएं

जेनेवा। आतंकी गुट आइएसआइएस ने इराक के कब्जे वाले इलाकों में अपना कट्टर एजेंडा लागू करना शुरू कर दिया है। आइएसआइएस ने 11 से 46 साल की सभी महिलाओं को खतना करवाने का फतवा जारी किया है। इराक में संयुक्त राष्ट्र (यूएन) की वरिष्ठ अधिकारी जैकलीन बेडकॉक ने आतंकी गुट के इस फरमान पर चिंता जताते हुए कहा, बृहस्पतिवार सुबह हमें इस फतवे की जानकारी मिली। इससे युद्ध प्रभावित राष्ट्र की करीब 40 लाख महिलाएं प्रभावित होंगी।

loksabha election banner

आइएसआइएस (इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया) ने पिछले महीने इराक के उत्तर और पश्चिमी क्षेत्र के बड़े इलाके पर कब्जा कर लिया था। अब वह इन क्षेत्रों में अपने कंट्टरपंथी विचारों को लागू कर रहे हैं। जैकलीन ने कहा, यदि संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों पर गौर करें तो करीब 40 लाख महिलाओं पर इसका दुष्प्रभाव पड़ेगा। इराक में महिलाओं का खतना करवाने की घटनाएं पहले नहीं सुनी गई। जैकलीन के अनुसार आइएसआइएस के कब्जे वाले मोसुल में अब केवल 20 ईसाई परिवार रह गए हैं। ज्यादातर ईसाई कुर्दो के नियंत्रण वाले इलाकों में चले गए हैं। कुछ ईसाई इस्लाम धर्म अपना चुके हैं। कुछ ने धार्मिक कर जजिया देने का फरमान भी मान लिया है।

फौद मासूम बने राष्ट्रपति

बगदाद। इराक की संसद ने देश को संकट से निकालने के लिए एक और कदम उठाया है। संसद के स्पीकर सलीम अल जबूरी ने बताया कि वरिष्ठ कुर्द नेता फौद मासूम को देश का नया राष्ट्रपति चुना गया है। वह जलाल तलाबानी की जगह लेंगे। उन्होंने बताया कि 1938 में पैदा हुए मासूम दो दशक पहले स्वायत्त क्षेत्र इराकी कुर्दिस्तान के प्रधानमंत्री रह चुके हैं। राष्ट्रपति चुनाव को देश के लिए बेहद अहम माना जा रहा है।

सांसदों ने स्पीकर पद एक सुन्नी मुस्लिम जबूरी को दिया था। कुर्द नेता के राष्ट्रपति बनने के बाद अब प्रधानमंत्री पद पर शिया मुस्लिम के बैठने का रास्ता साफ हो गया है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने भी देश को संकट से निकालने के लिए जल्द से जल्द सभी समुदायों के प्रतिनिधित्व वाली संयुक्त सरकार के गठन का आह्वान किया है।

पढ़े: इस्लाम कबूल करो, धार्मिक कर दो या फिर मारे जाओ

बगदादी के खतरनाक मंसूबे को कश्मीर घाटी में हवा देने की कोशिश


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.