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सैनिक बढ़ाने के अमेरिकी प्रयासों से इराक सतर्क, कहा सिर्फ हथियारों से करें मदद

अपने देश में सैनिकों की संख्या बढ़ाने के अमेरिकी प्रयासों को लेकर इराक सतर्क हो गया है। इराकी प्रधानमंत्री हैदर अल आब्दी ने सोमवार को कहा है कि उनकी सरकार हथियार, सैन्य प्रशिक्षण और हवाई हमलों में मदद बढ़ाने का स्वागत करेगी।

By Rajesh KumarEdited By: Published: Mon, 30 Nov 2015 07:19 PM (IST)Updated: Mon, 30 Nov 2015 08:09 PM (IST)
सैनिक बढ़ाने के अमेरिकी प्रयासों से इराक सतर्क, कहा सिर्फ हथियारों से करें मदद

बगदाद। अपने देश में सैनिकों की संख्या बढ़ाने के अमेरिकी प्रयासों को लेकर इराक सतर्क हो गया है। इराकी प्रधानमंत्री हैदर अल आब्दी ने सोमवार को कहा है कि उनकी सरकार हथियार, सैन्य प्रशिक्षण और हवाई हमलों में मदद बढ़ाने का स्वागत करेगी। लेकिन, आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आइएस) और उसके जैसे अन्य समूहों को परास्त करने के लिए इराक के पास पर्याप्त संख्या में सैनिक हैं।

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अमेरिकी सीनेटर जॉन मैक्केन और लिंडसे ग्राहम की टिप्पणी के एक दिन बाद आब्दी का यह बयान सामने आया है। सीनेट की सशस्त्र सेवा समिति के अध्यक्ष मैक्केन और सदस्य ग्राहम ने रविवार को बगदाद में कहा था कि आब्दी इराक में अमेरिका की ज्यादा से ज्यादा मौजूदगी चाहते हैं। उन्होंने इराक में अमेरिकी जवानों की संख्या 10 हजार तक बढ़ाने के संकेत दिए थे। फिलहाल साढ़े तीन हजार से ज्यादा अमेरिकी जवान तैनात हैं।

नौ साल तक अमेरिकी सेना की कार्रवाई झेल चुके इराक में यह एक संवदेनशील मुद्दा है। सरकार और संसद में मजबूत दखल रखने वाले वे नेता भी इसके विरोध में हैं जो ईरान के साथ करीबी संबंधों के पक्षधर हैं।

गौरतलब है कि पिछले साल आइएस ने इराक के एक बड़े हिस्से पर कब्जा कर लिया था। लेकिन, हाल के महीनों में अमेरिका के नेतृत्व में जारी हवाई हमलों की मदद से कई इलाकों पर इराकी सेना ने फिर से नियंत्रण हासिल कर लिया है।


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