1970 के बाद पहली बार महिला राजदूत नियुक्त करेगा ईरान
1979 की इस्लामी क्रांति के बाद ईरान पहली बार देश के बाहर किसी महिला को अपना राजदूत नियुक्त करेगा। अर्ध सरकारी फार्स एंड मेहर न्यूज एजेंसी के अनुसार, इस महिला का नाम मर्जीह अफख़म है और वह सन् 2013 से ईरानी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हैं।
दुबई। 1979 की इस्लामी क्रांति के बाद ईरान पहली बार देश के बाहर किसी महिला को अपना राजदूत नियुक्त करेगा। अर्ध सरकारी फार्स एंड मेहर न्यूज एजेंसी के अनुसार, इस महिला का नाम मर्जीह अफख़म है और वह सन् 2013 से ईरानी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हैं।
मर्जीह अफखम काफी वरिष्ठ अधिकारी हैं। फ़िलहाल यह नहीं बताया गया है कि उन्हें किस देश में ईरान का राजदूत बनाया जाएगा और उनके द्वारा खाली किए जा रहे पद पर किसको नियुक्त किया जाएगा। ईरान के इतिहास में मर्जीह अफखम दूसरी व इस्लामी क्रांति के बाद पहली राजदूत होगी। इससे पहले 1970 के दशक में मेहरनजीज दोलशाही को डेनमार्क में ईरान का राजदूत बनाया गया था।
गौरतलब है कि ईरान के वर्तमान राष्ट्रपति हसन रूहानी ने 3 अगस्त 2013 को अपने शपथ-ग्रहण समारोह में बोलते हुए कहा था कि उनकी सरकार में महिलाओं को भी महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्त किया जाना चाहिए और इस काम में 'भेदभाव के लिए कोई जगह नहीं होगी'।
इस मामले में उन्होंने ख़ुद एक मिसाल पेश की थी। उन्होंने अपने देश के इतिहास में पहली बार इल्हाम अमीनजादे नाम की एक महिला को देश के उप-राष्ट्रपति के पद पर नियुक्त किया था। इल्हाम अमीनज़ादे कानूनी मामलों और संसद के साथ संबंधों के लिए जिम्मेदार अधिकारी भी हैं।