ईरान अड़ा, सभी प्रतिबंध एक साथ हटाने पर ही समझौता
ईरान के विवादित परमाणु कार्यक्रम पर समझौते को लेकर तस्वीर पूरी तरह साफ नहीं हो पाई है। मंगलवार तक समझौते को लेकर वियना में तेहरान और पी5प्लस1 (अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, चीन, रूस और जर्मनी) के बीच बातचीत जारी है। सोमवार को ईरान ने साफ कर दिया कि उसके खिलाफ लगाए
वियना। ईरान के विवादित परमाणु कार्यक्रम पर समझौते को लेकर तस्वीर पूरी तरह साफ नहीं हो पाई है। मंगलवार तक समझौते को लेकर वियना में तेहरान और पी5प्लस1 (अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, चीन, रूस और जर्मनी) के बीच बातचीत जारी है। सोमवार को ईरान ने साफ कर दिया कि उसके खिलाफ लगाए गए सभी आर्थिक प्रतिबंध हटाने पर ही वह समझौता करेगा। उसके अडिय़ल रवैए को देखते हुए बातचीत गुरुवार तक बढ़ाए जाने के आसार हैं।
ईरान के विदेश मंत्री जवाद जारिफ ने सोमवार को कहा कि अभी भी कुछ साफ नहीं है। मतभेद दूर करने के प्रयास किए जा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार ईरान ने बैठक के दौरान कहा कि आर्थिक प्रतिबंधों के साथ-साथ उसके खिलाफ लगाए गए हथियारों से जुड़े प्रतिबंध भी तत्काल हटाने पड़ेंगे। अमेरिका इसके सख्त खिलाफ है। वह पहले ही साफ कर चुका है कि तेहरान के खिलाफ प्रतिबंध धीरे-धीरे हटाए जाएंगे।
अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन कैरी ने कहा था कि सात जुलाई तक समझौता नहीं होने पर अमेरिका बातचीत से अलग हो सकता है। उन्होंने कहा कि यदि तेहरान समझौता चाहता है तो उसे अपने अडिय़ल रवैये से पीछे हटना होगा।
चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने कहा है कि समझौता पहुंच के भीतर है। अमेरिका और ईरान के अंतिम फैसला लेते ही यह हो जाएगा। इस बीच, ईरानी अधिकारी के हवाले से अर्धसरकारी संवाद एजेंसी तस्नीम ने कहा है कि वार्ता नौ जुलाई तक बढ़ाई जा सकती है। गौरतलब है कि समझौते को लेकर दोनों पक्षों के बीच करीब दो साल से बातचीत चल रही है। 30 जून की तय समय सीमा में समझौता नहीं होने पर एक हफ्ते के लिए बातचीत आगे बढ़ा दी गई थी। प्रतिबंधों के अलावा ईरान के परमाणु संयंत्रों की अंतरराष्ट्रीय निगरानी को लेकर मतभेद भी समझौते की राह में बड़ा रोड़ा साबित हो रहा है।