भारतीय-अमेरिकी है तीसरा सबसे बड़ा एशियाई समुदाय
अमेरिका में भारतीय मूल के अमेरिकियों की संख्या 33.4 लाख है। एक रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय-अमेरिकियों का यह समुदाय अमेरिका में चीन और फिलीपींस के बाद तीसरा सबसे बड़ा एशियाई समुदाय है। सेंटर फॉर अमेरिकन प्रोग्रेस की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक, 21वीं सदी के पहले 12 सालों में भारतीय मूल के अमेरिकियों की आबा
वाशिंगटन। अमेरिका में भारतीय मूल के अमेरिकियों की संख्या 33.4 लाख है। एक रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय-अमेरिकियों का यह समुदाय अमेरिका में चीन और फिलीपींस के बाद तीसरा सबसे बड़ा एशियाई समुदाय है।
सेंटर फॉर अमेरिकन प्रोग्रेस की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक, 21वीं सदी के पहले 12 सालों में भारतीय मूल के अमेरिकियों की आबादी 76 फीसद बढ़ी है। अमेरिका में चीनी मूल के लोगों की आबादी 41 लाख (22 फीसदी) है, जबकि फिलीपींस मूल के लोगों की आबादी 35.9 लाख (19 फीसद) और भारतीय अमेरिकियों की आबादी 18 फीसद है।
रिपोर्ट के अनुसार, 2000 से 2012 के बीच भारतीय अमेरिकी लोगों की आबादी 76 फीसद बढ़ी, जबकि इस दौरान फिलीपींस मूल के अमेरिकियों की आबादी 52 फीसद बढ़ी। एशियाई अमेरिकियों की कुल आबादी में 85 फीसद योगदान करने वाले शीर्ष छह समूहों में चीनी, फिलीपींस के लोग, भारतीय, वियतनामी, कोरियाई व जापानी प्रमुख हैं। एक समय एशियाई समुदाय के मामले में शीर्ष दो में शामिल जापानियों की संख्या में गिरावट दर्ज की जा रही है। आज की तारीख में अमेरिका में बसे शीर्ष छह एशियाई समुदायों में जापानी आखिरी पायदान पर हैं।
एशियाई अमेरिकी आबादी का 56 फीसद पांच प्रांतों कैलिफोर्निया, न्यूयॉर्क, टेक्सास, न्यूजर्सी व हवाई में स्थित है। सर्वाधिक 19 फीसद एशियाई अमेरिकी कैलिफोर्निया, जबकि 12 फीसद न्यूयॉर्क और 10 फीसद न्यूजर्सी में बसे हैं। भारतीय अमेरिकियों में सर्वाधिक 51 फीसदी की तादाद हिंदुओं की है। इसके अतिरिक्त 18 फीसद क्रिश्चियन, 10 फीसद मुस्लिम, 5 फीसद सिख, 2 फीसद जैन और 1 फीसद बौद्ध भारतीय अमेरिका में बसे हैं। रिपोर्ट में इस बात का भी उल्लेख है कि बांग्लादेशी अमेरिकियों जैसे छोटे समुदायों की संख्या में 2000 से 2010 के बीच 177 फीसद की बढ़ोतरी हुई। भविष्य में यह दर बनी रहती है तो एशियाई अमेरिकी समुदाय की विविधता में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है।
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