अमेरिका में लिखा, भारतीय वापस जाओ
भारतीयों को निशाना बनाने का सिलसिला जारी है। ताजा घटना में भारतीय मूल के एक मुसलमान के दुकान में तोड़फोड़ की गई।
लॉस एंजिलिस। अमेरिका में भारतीयों को निशाना बनाने का सिलसिला जारी है। ताजा घटना में भारतीय मूल के एक मुसलमान के दुकान में तोड़फोड़ की गई। हमलावरों ने दुकान की दीवारों पर स्प्रे पेंट से "भारतीय वापस जाओ" और "मैं तुमको मार दूंगा" जैसे संदेश भी लिख दिए।
घटना नेवादा के पेहरंप की है। पीड़ित 60 वर्षीय डॉक्टर वकार विक अहमद की यहां ऑटो पार्ट्स की दुकान है। न्ये काउंटी शेरिफ कार्यालय के अनुसार रविवार को हमला करने वालों ने दुकान की दीवार पर अहमद के धर्म को लेकर आपत्तिजनक संदेश लिख दिए थे।
अब तक किसी संदिग्ध की पहचान नहीं हो पाई है। काउंटी की पांच जांचकर्ताओं की टीम घृणा अपराध के तहत मामले की जांच कर रही है। घृणा अपराध की पुष्टि होने के बाद मामला एफबीआइ को सौंपा जा सकता है।
केटीएनवी टीवी के अनुसार न्ये काउंटी की शेरिफ शेरोन वेहर्ली ने कहा है कि इस तरह की घटना रोकने के हरसंभव प्रयास किए जाएंगे।
अहमद ने बताया कि धर्म, मूल और नस्ल को लेकर उनको पहले भी ताने सुनाए जाते रहे हैं। लेकिन, इस तरह की घटना कभी नहीं हुई। उन्होंने बताया कि कुछ समय पहले एक व्यक्ति ने उन्हें अपने देश लौटने की धमकी दी थी। एक महीने पहले उन्हें धमकी भरा फोन कॉल भी आया था।
उन्होंने इसकी शिकायत भी की थी। द काउंसिल ऑन अमेरिकन-इस्लामिक रिलेशन्स ने घटना की निंदा करते हुए कहा है कि अहमद और उनके परिवार को एक माह से भी अधिक समय से निशाना बनाया जा रहा था।
लास वेगास सन ऑनलाइन के मुताबिक अहमद 1986 से अमेरिकी नागरिक हैं। 2002 से वे पेहरंप में रह रहे हैं।
मंदिर और गुरुद्वारा भी बन चुके हैं निशाना
अतीत में अमेरिका में मंदिरों और गुरुद्वारा को निशाना बनाने की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। पिछले साल दो मंदिरों में तोड़फोड़ के बाद हमलावरों ने आपत्तिजनक संदेश लिख दिए थे। पिछले साल दिसंबर में कैलिफोर्निया के गुरुद्वारे में तोड़फोड़ की गई थी।
2012 में विस्कोंसिन के एक गुरुद्वारे में छह सिखों की हमलावर ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके अलावा 9/11 के बाद से सिखों पर हमले की सैकड़ों घटनाएं हो चुकी हैं। पिछले दिनों वाशिंगटन पोस्ट ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि सिखों पर ज्यादातर हमले उनको मुसलमान समझकर किए गए।