मॉरीशस के साथ भारत अपनी दोस्ती हमेशा निभाता रहेगा
ऐतिहासिक संबंधों को याद करते हुए सुषमा स्वराज ने कहा कि मॉरीशस के साथ भारत अपनी दोस्ती हमेशा निभाता रहेगा।
पोर्ट लुई। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज मॉरीशस पहुंच गई हैं। उन्होंने दोनों देशों के ऐतिहासिक संबंधों को याद करते हुए कहा कि मॉरीशस के साथ भारत अपनी दोस्ती हमेशा निभाता रहेगा।
मॉरीशस में पहला ज्ञात भारतीय आज से 180 साल पहले पहुंचा था। इसलिए वहां अप्रवासी दिवस मनाया जा रहा है। इस मौके पर सुषमा स्वराज ने कहा, 'मैं यहां आकर बेहद सम्मानित महसूस कर रही हूं। हम 180 साल पहले यात्रा करने वाले साहसी लोगों को आज याद करेंगे।' स्वराज ने भाषण के कुछ हिस्सों में भोजपुरी शब्दों का भी इस्तेमाल किया। 1834 में मॉरीशस आने वाले मजदूर बिहार से ही गए थे। उनके ऐसा करने से पूरा हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। इस मौके पर मॉरीशस के राष्ट्रपति राजकेश्वर प्रयाग, प्रधानमंत्री नवीचंद्र रामगुलाम और विदेश मंत्री अरविन बूलेल भी मौजूद थे।
स्वराज ने भारत और मॉरीशस में प्रजातांत्रिक मूल्यों की महत्ता का उदाहरण भी दिया। साथ ही कहा कि कानून का राज, सामाजिक समरसता और मानवीय मूल्यों का महत्व दोनों देशों को एक जैसा बनाता है। दोनों देशों ने आजादी के लिए लंबी लड़ाई लड़ी। मॉरीशस के बाद विदेश मंत्री मालदीव के विदेश मंत्री दुनिया ममून से भी मुलाकात करेंगी।