Move to Jagran APP

चीन के लिए बुरी ख़बर ! हिलेरी क्लिंटन- डोनाल्ड ट्रंप ने दिखाए कड़े तेवर

अमेरिकी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप और हिलेरी क्लिंटन ने अपने चुनावी कैंपेन में एशिया खासकर चीन को लेकर कड़े व्यापार नीति की बात कही है।

By Rajesh KumarEdited By: Published: Thu, 30 Jun 2016 02:58 PM (IST)Updated: Thu, 30 Jun 2016 03:14 PM (IST)
चीन के लिए बुरी ख़बर ! हिलेरी क्लिंटन- डोनाल्ड ट्रंप ने दिखाए कड़े तेवर

हांगकांग। इस हफ्ते रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने जो सात सूत्री योजना बताई है ताकि अमेरिकी व्यापार नीति को और कड़ा किया जा सके वह एशिया खासकर चीन के लिए बहुत बुरी ख़बर है।

loksabha election banner

लेकिन, सबसे बड़ी बात ये है कि डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन ने भी चीन के खिलाफ अपने चुनावी अभियान में ठीक ऐसे ही कड़े कदम उठाने की बात बोल रही हैं। हिलेरी ने ट्रंप के इस ऐलान के कुछ ही घंटों के बाद अपने आइडिया को चुराने का आरोप लगाते हुए बिल्कुल वैसे ही चीन को लेकर कड़े कदम उठाने की बात कही है जो ट्रंप ने कही।

ये भी पढ़ें- एनएसजी में भारत की एंट्री पर 'दीवार' बने चीन को अमेरिका ने फटकारा

एनवाईटी के मुताबिक, वोट के लिए अपील करते हुए वैश्विक आर्थिक मंदी के बीच ट्रंप और क्लिंटन दोनों ही अमेरिकी लोगों को उनके पक्ष में ज्यादा से ज्यादा कदम उठाने का वादा कर रहे हैं ताकि उनकी नौकरी सुरक्षित की जा सके। ऐसे में चीन जहां का तेजी से व्यापार बढ़ रहा है और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उसका प्रभाव भी बढ़ता जा रहा है दोनों ही राष्ट्रपति उम्मीदवार के लिए चीन स्वाभाविक रूप से निशाने पर है।

राष्ट्रपति उम्मीदवार हर चार साल पर इसी तरह की बातें करते हैं ताकि विदेशों में काम कर रहे अमेरिकी श्रमिकों को प्रतिस्पर्धा से मुकाबला करने में मदद मिल सके। लेकिन, बीजिंग के साथ रिश्तों में गर्मजोशी के बाद होनेवाले रणनीतिक फायदे को देखते हुए चुनाव बाद राष्ट्रपति का पद संभालते ही अमेरिका चीन के प्रति ज्यादा मित्रवत व्यापार नीति अपनाने लगते हैं।

ये भी पढ़ें- अमेरिका ने कहा, MTCR में भारत के प्रवेश से परमाणु अप्रसार को मिलेगा बढ़ावा

लेकिन, वैश्विक प्रतिस्पर्धा के बीच मध्यम वर्गों की जा रही नौकरी के चलते राजनीतिक हलकों में जो चिंता बनी है, इसके अलावा चीन के सेना का जो जिद्दीपन दिखा उससे साफ है कि अमेरिका का अगला राष्ट्रपति कड़ा रूख अपनाएगा। और अगर ऐसा वाकई होता है तो यह चीन और दूसरे एशियाई देशों के लिए बेहद बुरा होगा जो पूरी तरह से अमेरिकन अर्थव्यवस्था पर निर्भर है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.