परमाणु हथियारों के मामले में ट्रंप नहीं भरोसे के काबिल
ट्रंप पर यह तीखा हमला हिलेरी ने डेमोक्रेटिक पार्टी के सम्मेलन में विकास को लेकर अपना मत व्यक्त करने के दौरान किया।
फिलेडेल्फिया, प्रेट्र। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रत्याशी हिलेरी क्लिंटन ने प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप को अस्थिर चित्त और जल्द गुस्से में आने वाला शख्स बताया है। कहा, परमाणु हथियारों के इस्तेमाल के मामले में उन पर भरोसा नहीं किया जा सकता। उन्होंने ट्रंप की कट्टरपंथी सोच और आडंबर वाला व्यक्ति बताने में भी गुरेज नहीं किया।
ट्रंप पर यह तीखा हमला हिलेरी ने डेमोक्रेटिक पार्टी के सम्मेलन में विकास को लेकर अपना मत व्यक्त करने के दौरान किया। उन्होंने मतदाताओं को आगाह किया कि अमेरिका इस समय आर्थिक मुश्किल, हिंसा और आतंकवाद के दौर से गुजर रहा है। विश्वास और सम्मान का बंधन तोड़ने की कोशिश हो रही है। ऐसे में हमें मिल-जुलकर रहने और साथ मिलकर कार्य करने की जरूरत है। उन्होंने कहा, वह ऐसी अर्थव्यवस्था बनाने के लिए कार्य करेंगी जिसमें सभी को रोजगार मिले। रिपब्लिकन ट्रंप की तरह थोड़े से लोगों के लिए वह कार्य करना नहीं चाहतीं। हजारों समर्थकों के समर्थन के नारों के बीच क्लिंटन ने कहा, वह पार्टी प्रत्याशी के रूप में अपने चयन को स्वीकार करती हैं और हर संभव कोशिश करेंगी कि वह उम्मीदों पर खरी साबित हों।
ट्रंप पर प्रहार करते हुए हिलेरी ने कहा, मामूली उकसावे पर उनका (ट्रंप का) पारा चढ़ जाता है। रिपोर्टरों के कड़े सवाल से उनकी त्यौरी चढ़ जाती है। बहस के दौरान वह चुनौती देने लगते हैं। विरोधियों के प्रदर्शन से वह उत्तेजित हो जाते हैं। कल्पना कीजिए ऐसा आदमी ओवल ऑफिस (अमेरिकी राष्ट्रपति के कार्यालय) में बैठकर मुश्किल हालात में क्या करेगा ? परमाणु हथियार से लैस ऐसे व्यक्ति पर हम भरोसा नहीं कर सकते। उन्होंने सवाल उछाला, खुद से पूछिए! क्या डोनाल्ड ट्रंप अमेरिकी सेनाओं के सवचर््च्च कमांडर के तौर पर ठीक हैं ? हिलेरी ने कहा, ट्रंप ने अमेरिकी लोगों को बांटा है, उनमें भेद पैदा करने की कोशिश की है। इसलिए उनसे सावधान रहने की जरूरत है।
ट्रंप बेच रहे भारतीय फोटो फ्रेम
हिलेरी ने ट्रंप के रोजगार बढ़ाने के लिए 'मेक इन अमेरिका' के नारे की भी बखिया उधेड़ी। कहा, वह खुद भारत में बने फोटो फ्रेम को अपनी कंपनी - डोनाल्ड ट्रंप पार्क एवेन्यू कलेक्शन, के नाम से बेच रहे हैं। इसी प्रकार से चीन के सामान का भी इस्तेमाल कर रहे हैं। ऐसे में वह अमेरिका में किस तरह रोजगार बढ़ाने की बात कह रहे हैं।
पाकिस्तानी मूल के कैप्टन को श्रद्धांजलि
हिलेरी ने पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी सेना के कैप्टन हुमायूं खान को श्रद्धांजलि दी जिसने अपने साथियों को बचाने के लिए सन 2004 में इराक में जान दे दी थी। हिलेरी ने कहा, अगर ट्रंप की नीति पर अमेरिका चल रहा होता तो हुमायूं सेना में नहीं होते। ट्रंप तो मुसलमानों के अमेरिका में आने पर रोक लगाने की बात कहते हैं। सम्मेलन में कैप्टन खान के पिता खिजर खान ने भी विचार रखे।
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