मैने अगस्ता वेस्टलैंड को ब्लैकलिस्ट किया, यूपीए सरकार ने नहीं: जेटली
वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा कि जिस वक्त वे जून 2014 में रक्षामंत्री थी उन्होंने खुद अगस्ता वेस्टलैंड को ब्लैक लिस्ट किया था ना कि यूपीए सरकार ने।
फ्रैंकफर्ट। केन्द्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कांग्रेस के उस दावे को बकवास करार दिया है जिसमें उनकी तरफ से ये बातें लगातार कही जा रही थी कि अगस्ता वेस्टलैंड पर उनकी यूपीए सरकार ने कार्रवाई करते हुए ब्लैक लिस्ट कर दिया था।
अंग्रेजी वेबसाइट टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, जेटली ने कहा कि जिस वक्त वे जून 2014 में रक्षामंत्री थे उन्होंने ही इस इटालियन कंपनी से 12 वीवीआईपी हेलीकॉप्टर के सौदे को रोक दिया था। इसके साथ ही, उन्होंने 2014 के जुलाई महीने में ही भविष्य में अगस्ता के साथ किसी भी तरह के समझौते पर भी रोक लगाई थी।
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उन्होंने कहा कि अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर रिश्वतखोरी मामले में एनडीए सरकार का उद्देश्य जिन्होंने रिश्वत ली उन लोगों को सामने लाना है, इसके अलवा कोई और उद्देश्य नहीं है। जेटली ने कहा- आज हम उस स्थिति में है जहां हमारे पास शक करने का कारण है कि रिश्वत ली गई है। इसलिए, इस पूरे मामले में विस्तृत जांच की आवश्यकता है। आज सिर्फ शक का एक ही कारण है कि कुछ लोगों ने रिश्वत ली है।
उन्होंने कहा कि रक्षा सामान खरीदने का फैसला बाहरी कारकों के चलते प्रभावित हुआ। रिश्वत देनेवालों की पहचान कर उसे इटली में सजा दे दी गई है। अब भारत में उन लोगों की पहचान किया जाना बाकी है जिन्होंने रिश्वत ली। इसलिए, ये गंभीर जांच के लिए यह एक मजबूत आधार है।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए अरुण जेटली ने कहा कि उन्होंने इस तर्क को ढूंढ़ लिया है कि यूपीए ने अगस्ता को ब्लैकलिस्ट किया जबकि एनडीए सरकार ने उसे ब्लैक लिस्ट की सूची से बाहर कर दिया। जबकि हकीकत ये है कि यूपीए सरकार ने भी भी उसे ब्लैकलिस्ट किया ही नहीं।