ई-मेल कांड में हिलेरी की हो सकती है कोर्ट में पेशी
ई-मेल मामले में पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं।
वाशिंगटन, रायटर । ई-मेल मामले में पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। फेडरल कोर्ट ने कहा है कि निजी सर्वर के इस्तेमाल मामले में उन्हें अदालत में पेश होना पड़ सकता है। हिलेरी डेमोक्रेट की ओर से राष्ट्रपति की दावेदारी में सबसे आगे चल रही हैं। उनके लिए नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं।
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कोर्ट ने हिलेरी के शीर्ष सहयोगी रहे हुमा आबेदिन और शेरिल मिल्स से भी पूछताछ करने का आदेश दिया। जिला जज एमेट सुलिवन ने कहा, 'हिलेरी के पूर्व सहयोगियों की गवाही को लेकर विदेश विभाग और गैरसरकारी संस्था जूडिशियल वाच के बीच करार हुआ है। गवाही और पूछताछ की प्रक्रिया आठ सप्ताह तक चलेगी। इसमें कुछ ऐसी सूचनाएं सामने आ सकती हैं, जिनमें हिलेरी की पेशी की जरूरत पड़ सकती है।' जूडिशियल वाच ने हिलेरी के खिलाफ याचिका दायर ई-मेल का ब्योरा मांगा था। हिलेरी 2009-13 के बीच अमेरिका की विदेश मंत्री थीं। उन पर आधिकारिक और गोपनीय ई-मेल के लिए निजी सर्वर का इस्तेमाल करने का आरोप है।
राष्ट्रपति पद की दावेदारी में जुटे रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी पर देश की गोपनीय सूचनाओं को खतरे में डालने का आरोप लगाया है। हिलेरी कुछ भी गलत करने से लगातार इन्कार करती रही हैं। एफबीआइ भी इस मामले की जांच कर रही है।