चीन चुरा रहा अमेरिकी सूचनाएं, हिलेरी ने लगाया आरोप
अमेरिका में डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन ने चीन पर देश की व्यावसायिक गुप्त सूचनाएं और सरकारी जानकारियां चोरी करने का आरोप लगाया है और उस पर निगरानी रखने की अपील की।
लंदन। अमेरिका में डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन ने चीन पर देश की व्यावसायिक गुप्त सूचनाएं और सरकारी जानकारियां चोरी करने का आरोप लगाया है और उस पर निगरानी रखने की अपील की।
क्लिंटन ने न्यू हैम्पशायर में शनिवार को कहा कि चीन अपने फायदे के लिए गुप्त सूचनाएं चोरी कर रहा है। उसने काफी सरकारी सूचनाएं प्राप्त कर ली है। उन्होंने कहा कि वे चीन को शांतिपूर्ण तरीके से प्रगति करते हुए देखना चाहती हैं, लेकिन अमेरिका को पूरी तरह से चौकस रहने की जरूरत है।
क्लिंटन ने कहा, "चीन की सेना बहुत तेजी से बढ़ रही है। वह सैन्य अड्डे स्थापित कर रहा है। क्षेत्र विस्तार की गतिविधियों में शामिल है, जो फिलीपींस जैसे उन देशों के लिए चुनौती है जो कि हमारे साझेदार है।" 2009 से 2013 तक अमेरिकी विदेश मंत्री रही क्लिंटन ने कहा, "वे अमेरिका में हर उस चीज को हैक करनी की कोशिश कर रहे हैं जो चल नहीं सकती।"
व्यावसायिक गुप्त सूचनाओं की चोरी...रक्षा ठेकेदारों की जानकारी, ढेर सारी सरकारी गुप्त सूचनाएं, सब अपने फायदे के लिए।" व्हाइट हाऊस ने क्लिंटन के बयान के बारे में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
अमेरिका पहले भी जता चुका है शंका
अमेरिकी अधिकारियों ने इस साल देश की सरकारी एजेंसी के रिकॉर्ड को हैक करने के पीछे चीन पर शक जताया था। हालांकि चीन ने इससे इनकार करते हुए अमेरिका के दावे को "गैर जिम्मेदाराना" ठहराया था। चीन का कहना है कि वह खुद हैकिंग का शिकार बना है।
रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों ने चीन पर राष्ट्रपति बराक ओबामा के प्रशासन पर साइबर हमले का आरोप लगाया है। पार्टी के एक उम्मीदवार माइक हकैबी ने कहा कि अमेरिका को भी चीन पर साइबर हमले करके उसी की भाषा में जवाब देना चाहिए।
ईरान के साथ समुचित समझौता कर सकेगा अमेरिका
हिलेरी क्लिंटन ने उम्मीद जताई है कि ईरान के परमाणु हथियार कार्यक्रम पर रोक लगाने के लिए अमेरिका अगले सप्ताह की तय समय सीमा तक एक समुचित, मजबूत, सत्यापन योग्य समझौते पर पहुंच सकता है।
यहां आयोजित "फोर्थ ऑफ जुलाई" अभियान आयोजन के दौरान उन्होंने कहा कि उन्हें अमेरिका और उसके सहयोगी दलों के एक समझौते पर पहुंचने की उम्मीद है। हिलेरी ने कहा कि अगर हम सफल हो जाते हैं तो भी ईरान की आक्रामकता खत्म नहीं होगी।