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अमेरिका में भड़का नस्ली दंगा, उपद्रव-हिंसा

अमेरिका में नस्लीय दंगा भड़क गया है। न्यूयार्क, शिकागो समेत कई शहर इसकी चपेट में आ गए हैं। अश्वेत-श्वेत का झगड़ा तब शुरू हुआ जब अमेरिकी ग्रैंड ज्यूरी ने निहत्थे अश्वेत युवक को गोली मारने के आरोपी श्वेत पुलिस अफसर पर अभियोग नहीं चलाने का फैसला दिया। हिंसक झड़पों के

By ChandanEdited By: Published: Tue, 25 Nov 2014 03:44 PM (IST)Updated: Wed, 26 Nov 2014 08:41 AM (IST)
अमेरिका में भड़का नस्ली दंगा, उपद्रव-हिंसा

वाशिंगटन। अमेरिका में नस्लीय दंगा भड़क गया है। न्यूयार्क, शिकागो समेत कई शहर इसकी चपेट में आ गए हैं। अश्वेत-श्वेत का झगड़ा तब शुरू हुआ जब अमेरिकी ग्रैंड ज्यूरी ने निहत्थे अश्वेत युवक को गोली मारने के आरोपी श्वेत पुलिस अफसर पर अभियोग नहीं चलाने का फैसला दिया। हिंसक झड़पों के दौरान सड़कों पर उतरे प्रदर्शनकारियों ने जमकर उपद्रव किया। गोलीबारी, आगजनी और तोडफ़ोड़ की घटनाओं के बीच अमेरिकी पुलिस बल ने अब तक 61 लोगों को गिरफ्तार किया है।

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ग्रैंड ज्यूरी के फैसले से गुस्साए लोगों ने सड़कों पुलिस वाहन सहित अन्य कई वाहनों को फूंक डाला। करीब एक दर्जन भवनों में भी आग लगा दी। कई जगहों पर गोलियां चलने की घटना भी सामने आई। भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोल दागे। नफरत की जो आग फर्ग्यूसन से शुरू हुई वह अब न्यूयॉर्क, शिकागो, सिएटल, लॉस एंजिलिस, ऑकलैंड, वाशिंगटन डीसी तक फैलने लगी है। अदालत के फैसले के विरोध में यहां भी विरोध प्रदर्शन हुए। पूरे अमेरिका में नस्लीय तनाव फैल गया है।

पुलिस थाने का घेराव

रोते-बिलखते सैकड़ों लोग फर्ग्यूसन पुलिस थाने के सामने जमा हुए और यहां पदस्थ आरोपी पुलिस अधिकारी विल्सन के खिलाफ नारेबाजी की। लोग चिल्ला रहे थे कि, 'हत्यारों...तुम कुछ नहीं सिर्फ हत्यारे हो'। हंगामे के चलते फर्ग्यूसन के स्कूल पहले ही सप्ताहभर के लिए बंद कर दिए गए हैं।

अश्वेतों में कानून के प्रति भरोसा बनाना जरूरी: ओबामा

अदालती फैसले के बाद लोगों से शांति की अपील करते हुए अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा कि हमें ज्यूरी के फैसले को स्वीकार करना चाहिए। उन्होंने कहा, 'आक्रोश एक स्वाभाविक प्रतिक्रिया है लेकिन ङ्क्षहसा इसका जवाब नहीं है। हमें स्वीकार करना होगा कि अश्वेत अमेरिकियों और कानून प्रवर्तन के बीच बहुत कुछ किया जाना बाकी है। अब भी कई हिस्सों में लोगों को कानून पर भरोसा नहीं है।'

छोटे से अपराध की बड़ी सजा

ङ्क्षहसा के मूल में वह घटना है जब 18 साल के अश्वेत युवक माइकल ब्राउन ने एक स्टोर से जबरन सिगार का पैकेट उठा लिया। इसके बाद मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारी डरेन विल्सन से ब्राउन की झड़प हो गई और विल्सन ने उस पर गोलियां बरसा दीं। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना था कि पुलिसकर्मी ने युवक पर बेवजह गोली चलाई थी।

खास बातें

* 70 फीसद अश्वेत: फर्ग्यूसन इलाके में 70 फीसद आबादी अश्वेत लोगों की है। स्थानीय पुलिस बल के 53 सदस्यों में से सिर्फ तीन अश्वेत हैं।

* ज्यूरी पर सवाल: ग्रैंड ज्यूरी के गठन पर सवाल उठाए गए हैं क्योंकि इसके 12 सदस्यों में से नौ श्वेत हैं और तीन अश्वेत।

मानवाधिकारों पर कोई व्यवस्था संपूर्ण नहीं: चीन

चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चनयिंग ने कहा, 'अमेरिका में हुआ मामला उनका आंतरिक मामला है। लेकिन उनका कहना है कि किसी भी देश में मानवाधिकारों पर कोई भी व्यवस्था संपूर्ण नहीं।'


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