गूगल का अनोखा 'ऑनहब' राउटर
अपने घरों और दफ्तरों में काम के दौरान वाइ-फाइ राउटर के कारण इंटरनेट में आने वाली रुकावट के कारण तो कई बार जीना दूभर लगता है। लेकिन गूगल के अनुसार अब इंटरनेट की लाल-नीली बत्तियों को देखते रहने वाले दिन लद जाएंगे। गूगल के नए 'ऑनहब' को 'वाइ-फाइ का नया
नई दिल्ली, जागरण डेस्क। अपने घरों और दफ्तरों में काम के दौरान वाइ-फाइ राउटर के कारण इंटरनेट में आने वाली रुकावट के कारण तो कई बार जीना दूभर लगता है। लेकिन गूगल के अनुसार अब इंटरनेट की लाल-नीली बत्तियों को देखते रहने वाले दिन लद जाएंगे। गूगल के नए 'ऑनहब' को 'वाइ-फाइ का नया प्रारूप' कहा जा रहा है।
टीपी-लिंक नामक एक नेटवर्किंग ग्रुप की भागीदारी में गूगल का ऑनहब लोगों तक तेज रफ्तार इंटरनेट कनेक्शन पहुंचाएगा। इतना ही नहीं, इसके यूजर इसमें उठी समस्याओं को खुद ही पहचान सकेंगे। आम राउटरों के विपरीत इसके एंटिना अंदर ही होते हैं, जिसकी मदद से इसे खुले मैदान में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। यह अपने स्तर पर ऐसी रेडियो तरंगों को पकड़ता है जिनसे सर्वश्रेष्ठ कनेक्शन मिल सके।
गूगल के अनुसार, 'वाइ-फाइ के जरिये हम कनेक्टेड रहने का प्रयास करते हैं, लेकिन नया राउटर ऐसी समस्याओं का समाधान कर लेगा जिसमें पुराने राउटर असफल रहते थे।' इस्तेमालकर्ता अपनी जरूरत के अनुसार नए राउटर का चुनाव कर सकेंगे और यह स्मार्टफोन एप की मदद से संचालित होगा। ऑनहब की अमेरिकी बाजार में शुरुआती कीमत 199.99 डॉलर (लगभग 13 हजार रुपये) रखी गई है।