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दमाचे पहला विदेशी नागरिक, जिस पर ट्रंप के कार्यकाल में चल रहा आतंकवाद का केस

दमाचे पर यूरोप और दक्षिण एशिया में हिंसक गतिविधियों को अंजाम देने और हिंसक जिहादी संगठन बनाने के लिए पुरुषों की भर्ती करने का आरोप है।

By Tilak RajEdited By: Published: Mon, 24 Jul 2017 11:54 AM (IST)Updated: Mon, 24 Jul 2017 11:54 AM (IST)
दमाचे पहला विदेशी नागरिक, जिस पर ट्रंप के कार्यकाल में चल रहा आतंकवाद का केस
दमाचे पहला विदेशी नागरिक, जिस पर ट्रंप के कार्यकाल में चल रहा आतंकवाद का केस

फिलाडेल्फिया, एएनआइ। स्पेन के एक संदिग्ध अल्जीरियाई आतंकवादी को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प प्रशासन द्वारा संयुक्त राज्य अमेरिका में लाया गया है, जिसे ग्वांतानामो बे नौसैनिक जेल की बजाय संघीय अदालत में पेश किया जाना है।

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सीएनएन ने जस्टिस डिपार्टमेंट का हवाला देते हुए कहा कि अली चार्फ दमाचे को स्पेन से प्रत्यर्पित किया गया, जो शुक्रवार को फिलाडेल्फिया पहुंचे। यहां उन्‍हें आतंकवादियों को सामग्री सहायता प्रदान करने के षडयंत्र के आरोप में अदालत के समक्ष पहली बार पेश किया। रिपोर्ट के मुताबिक, दमाचे पर यूरोप और दक्षिण एशिया में हिंसक गतिविधियों को अंजाम देने और हिंसक जिहादी संगठन बनाने के लिए पुरुषों की भर्ती करने का आरोप है। इस मामले में तीन अन्य लोगों को भी आरोपी बनाया गया है, जिनके साथ मिलकर दमाचे ने षड्यंत्र रचा था।

दमाचे पर एक अमेरिकी नागरिक कॉलीन लारोज के साथ षड़यंत्र रचने का आरोप है। लारोज एक स्‍वीडिश कार्टूनिस्‍ट थे, जो पैगंबर मुहम्मद के कार्टून बनाया करते थे। लारोज इस समय जेल में हत्‍या का दोष सिद्ध होने के बाद सजा काट रहे हैं। उस पर भी पेनसिल्वेनिया के पूर्वी जिले की अमेरिकी संघीय अदालत में मुकदमा चलाया गया था, जहां अब दमाचे आरोपों का सामना कर रहे हैं।

बता दें कि दमाचे पहले ऐसे विदेशी नागरिक हैं, जिन पर राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप के कार्यकाल में आतंकवाद का मुकदमा चल रहा है। गौरतलब है कि इससे पहले राष्ट्रपति ट्रम्प और अटॉर्नी जनरल जेफ सेशंस ने कहा था कि आतंकवादी संदिग्धों पर नागरिक अदालतों में मुकदमे चलाए जाने के बजाय गुआंटानामो में भेजने की कोशिश की जानी चाहिए।

अमेरिका ने 11 सितंबर 2001 को वाशिंगटन और न्यूयॉर्क में हुए आतंकवादी हमले के एक वर्ष बाद क्यूबा की ग्वांतेनामो खाड़ी में स्थित अपने नौसैनिक अड्डे में जेल बनाई, जिसमें दूसरे देशों के संदिग्ध आतंकवादियों को रखा जाता था।

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