सुषमा ने दी भारतीय शांति रक्षक बल के शहीदों को श्रद्धांजलि
श्रीलंकाई प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे के विवादास्पद बयान के बीच विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भारतीय शांति रक्षक बल (आइपीकेएफ) के शहीदों की याद में बने स्मारक पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। विक्रमसिंघे ने शनिवार को ही एक साक्षात्कार में आइपीकेएफ को तमिलों की हत्या के लिए जिम्मेदार ठहराया है।
कोलंबो। श्रीलंकाई प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे के विवादास्पद बयान के बीच विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भारतीय शांति रक्षक बल (आइपीकेएफ) के शहीदों की याद में बने स्मारक पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। विक्रमसिंघे ने शनिवार को ही एक साक्षात्कार में आइपीकेएफ को तमिलों की हत्या के लिए जिम्मेदार ठहराया है।
भारत की विदेश मंत्री ने विजिटर्स बुक पर लिखे अपने संदेश में कहा कि श्रीलंका में शांति स्थापित करने के वास्ते जवानों द्वारा दिया गया बलिदान व्यर्थ नहीं गया। 1987 से 1990 तक चले अभियान के दौरान आइपीकेएफ के 12 सौ जवान शहीद और तकरीबन ढाई हजार जवान घायल हो गए थे। शहीदों की याद में 2008 में कोलंबो के समीप श्री जयवर्धनपुरा कोट्टे में स्मारक का निर्माण किया गया था।
दूसरी ओर शनिवार को स्थानीय टीवी पर प्रसारित एक साक्षात्कार में श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने भारतीय शांति रक्षक बल के जवानों को लिट्टे आतंकियों के अलावा कुछ तमिलों की भी हत्या का जिम्मेदार ठहराया। गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस के मौके पर भारतीय उच्चायोग के अधिकारी शहीदों को श्रद्धांजलि देते हैं।
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