अमेरिका में महिलाओं की 'वियाग्रा' को मंजूरी
अमेरिका की फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) ने महिलाओं की यौन इच्छा बढ़ाने वाली दवा फ्लिबनसेरिन को मंजूरी दे दी है। इस दवा को बाजार में 'एडाइ' नाम से उतारा जाएगा। इसे मुख्यत: युवा और मध्य-आयुवर्ग की महिलाओं के लिए तैयार किया गया है। यानी वे महिलाएं जो अभी रजोनिवृत्ति
वाशिंगटन। अमेरिका की फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) ने महिलाओं की यौन इच्छा बढ़ाने वाली दवा फ्लिबनसेरिन को मंजूरी दे दी है। इस दवा को बाजार में 'एडाइ' नाम से उतारा जाएगा। इसे मुख्यत: युवा और मध्य-आयुवर्ग की महिलाओं के लिए तैयार किया गया है। यानी वे महिलाएं जो अभी रजोनिवृत्ति से नहीं गुजरी हैं। विशेषज्ञ इस दवा को 'फीमेल वियाग्रा' की संज्ञा भी दे रहे हैं।
हालांकि एफडीए ने दवा के साइड इफेक्ट्स के बारे में भी चेतावनी दी है। एफडीए के अनुसार इसके प्रयोग से लो-ब्लडप्रेशर और बेहोशी जैसी समस्याएं उठ सकती हैं। इसलिए इस दवा को डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही लेने को कहा गया है। यह भी कहा गया है कि इसे शराब या अन्य दवाओं के साथ लेने वालों के लिए समस्याएं ज्यादा तेजी से घेर सकती हैं। यह दवा मूल रूप से एक जर्मन कंपनी ने तैयार की थी, लेकिन एफडीए द्वारा मंजूरी न मिलने पर इसे अमेरिकी कंपनी स्प्राउट फार्मास्युटिकल्स ने खरीद लिया था।
एफडीए की एक अधिकारी जेनेट वुडकॉक के अनुसार दवा को मंजूरी के बाद कमजोर शारीरिक इच्छाओं के कारण अवसाद से ग्रस्त महिलाओं को मदद मिलेगी। महिलाओं में ऐसी कमी कई बार संबंधों के टूटने का भी कारण बनती हैं।