एफबीआइ प्रमुख ने ट्रंप के फोन टैपिंग के दावे को बताया झूठ
न्यूयॉर्क टाइम्स ने वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से कहा कि एफबीआइ निदेशक कोमी ने न्याय विभाग से ट्रंप के फोन टैपिंग के दावे को खारिज करने को कहा है।
वाशिंगटन, रायटर/प्रेट्र। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने पूर्ववर्ती बराक ओबामा पर सनसनीखेज आरोप लगाकर घिर गए हैं। ट्रंप ने दावा किया था कि राष्ट्रपति रहते ओबामा ने उनकी फोन टैपिंग कराई थी। उनके इस दावे को एफबीआइ निदेशक जेम्स कोमी ने झूठा करार दिया है। पूर्व खुफिया प्रमुख ने भी उनके दावे को खारिज किया है। हालांकि, व्हाइट हाउस ने कांग्रेस से मामले की जांच कराने की मांग की है।
न्यूयॉर्क टाइम्स ने वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से कहा कि एफबीआइ निदेशक कोमी ने न्याय विभाग से ट्रंप के फोन टैपिंग के दावे को खारिज करने को कहा है। कोमी का कहना है कि ट्रंप का दावा झूठा है। हालांकि, न्याय विभाग ने इस पर अभी तक कुछ नहीं किया है। जबकि व्हाइट हाउस ने कांग्रेस से यह जांच करने को कहा है कि क्या ओबामा प्रशासन ने 2016 के राष्ट्रपति चुनाव के दौरान जांच के अधिकारों का दुरुपयोग किया था या नहीं। अमेरिकी कांग्रेस में रिपब्लिकन सांसदों का बहुमत है।
इसलिए माना जा रहा है कि वह इस मामले की जांच को तैयार हो सकती है। इसके पहले शनिवार को ट्रंप ने बिना किसी साक्ष्य के आरोप लगाया था कि ओबामा ने ट्रंप टॉवर के फोन टैपिंग का आदेश दिया था। इसी इमारत में ट्रंप का चुनाव प्रचार का मुख्यालय था। इस दावे पर पूर्व राष्ट्रीय खुफिया निदेशक जेम्स क्लैपर ने कहा कि उस समय रिपब्लिकन उम्मीदवार के खिलाफ फोन टैपिंग का कोई आदेश नहीं दिया गया था। क्लैपर ने जनवरी में ओबामा के कार्यकाल के अंतिम समय में पद से इस्तीफा दे दिया था। दूसरी ओर डेमोक्रेटिक पार्टी ने कहा कि ट्रंप रूस के साथ संबंधों को लेकर उभरे विवादों से ध्यान हटाने के लिए इस तरह के आरोप लगा रहे हैं।
यह भी पढ़ें: बाबरी मस्जिद केस: सुप्रीम कोर्ट ने मामले के ट्रायल में देरी पर जताई चिंता