झूठ बोलने पर फेसबुक भरेगा 794 करोड़ का जुर्माना
फेसबुक ने वाट्सएप खरीदते समय दी थी गलत जानकारी..
ब्रसेल्स, रायटर। यूरोपीय संघ (ईयू) ने झूठ बोलने के कारण फेसबुक पर 11 करोड़ यूरो (करीब 794 करोड़ रुपये) का जुर्माना लगाया है। 2014 में सोशल मैसेजिंग एप वाट्सएप को खरीदते वक्त फेसबुक ने ईयू को गलत जानकारी दी थी।
ईयू में प्रतिस्पर्धा मामलों पर नजर रखने वाली इकाई यूरोपीय कमीशन ने इस जुर्माने को न्यायसंगत बताया है। कमीशन ने कहा कि वाट्सएप के अधिग्रहण के समय फेसबुक ने जानकारी दी थी कि वह ऑटोमैटिक तरीके से वाट्सएप और फेसबुक के अकाउंट को नहीं जोड़ सकता। हालांकि 2016 में आए फेसबुक के अपडेट में फोन नंबर को फेसबुक आइडी से जोड़ने का विकल्प आ गया था। कमीशन ने कहा, 'जांच के दौरान पाया गया कि 2014 में फेसबुक की ओर से दी गई जानकारी गलत थी। उस समय भी वाट्सएप और फेसबुक के अकाउंट को ऑटोमैटिक तरीके से जोड़ने की तकनीक उपलब्ध थी। फेसबुक स्टाफ को यह जानकारी थी।'
इस मामले में कमीशन 2016 में फेसबुक के कुल टर्नओवर के एक फीसद तक का जुर्माना लगा सकता था। यह राशि 27.6 करोड़ डॉलर (करीब 1780 करोड़ रुपये) होती। फेसबुक की ओर से जांच में पूर्ण सहयोग दिए जाने के कारण कमीशन ने जुर्माने की राशि कम रखी। वहीं फैसले के बाद फेसबुक ने कहा कि 2014 में हुई गलती जानबूझकर नहीं की गई थी। कमीशन ने सुनिश्चित किया है कि इस फैसले से वाट्सएप और फेसबुक के सौदे पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। इस फैसले के साथ ही यह विवाद पूरी तरह खत्म हो गया।
इससे पहले मंगलवार को फ्रांस ने यूजर्स का डाटा सुरक्षित न रख पाने के कारण फेसबुक पर 1.50 लाख यूरो (करीब 1.10 करोड़ रुपये) का जुर्माना लगाया था। पिछले हफ्ते इटली में वाट्सएप पर 30 लाख यूरो (करीब 21.75 करोड़ रुपये) का जुर्माना लगाया गया था। यह जुर्माना वाट्सएप की ओर से यूजर्स का डाटा फेसबुक को मुहैया कराए जाने के कारण लगाया गया। फेसबुक के साथ सौदे के समय वाट्सएप ने कहा था कि वह डाटा फेसबुक से साझा नहीं करेगा।
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