Move to Jagran APP

केन्या में जलाई गई हाथी दांत की सबसे बड़ी 'होली'

केन्या के राष्ट्रपति हूरू केन्यट्टा ने हाथी दांत और सींगों के व्यापार पर पूर्ण प्रतिबंध की मांग की है। उन्होंने हाथी दांत और सींगों की सबसे बड़ी 'होली' भी जलाई।

By Manish NegiEdited By: Published: Sat, 30 Apr 2016 09:35 PM (IST)Updated: Sat, 30 Apr 2016 10:48 PM (IST)
केन्या में जलाई गई हाथी दांत की सबसे बड़ी 'होली'

नैरोबी, (एएफपी)। हाथी दांत और सींगों के व्यापार पर पूर्ण प्रतिबंध की मांग करते हुए केन्या के राष्ट्रपति हूरू केन्यट्टा ने शनिवार को इनकी सबसे बड़ी 'होली' जलाई। इसका उद्देश्य इन चीजों की खतरनाक तस्करी को रोकना और जंगलों में हाथियों के अस्तित्व को बचाए रखना है।

loksabha election banner

केन्यट्टा ने हाथी दांत और सीगों के ढेर को आग लगाने से पहले कहा कि इसकी ऊंचाई हमारे संकल्प की दृढ़ता को दर्शाती है। नैरोबी के नेशनल पार्क में अ‌र्द्ध वृत्ताकार क्षेत्र में हाथी दांत के ग्यारह और और अन्य गैंडे के सीगों के ढेर थे। करीब 16 हजार हाथी दांत के इन ढेरों के कई दिन तक जलते रहने की संभावना है। इन्हें जलाने के लिए हजारों लीटर डीजल और कैरोसीन का इस्तेमाल किया गया।

काले बाजार में इन हाथी दांतों की कीमत करीब दस करोड़ अमेरिकी डॉलर और गैंडे के सीगों की कीमत लगभग आठ करोड़ अमेरिकी डॉलर है। इस मौके पर मौजूद गैबोन के राष्ट्रपति अली बोंगो ने कहा कि हाथी दांत की सभी तरह की बिक्री रुकवाने के लिए वह इस कदम का समर्थन करते हैं।

बता दें कि अफ्रीका में करीब पांच लाख हाथियों का वास है, लेकिन एशिया में हाथी दांत की मांग पूरी करने के लिए यहां हर साल करीब 30 हजार हाथियों को मार दिया जाता है। एशिया में हाथी दांत की कीमत प्रति किग्रा एक हजार अमेरिकी डॉलर, जबकि गैंडे के सीगों की कीमत प्रति किग्रा 60 हजार अमेरिकी डॉलर तक होती है।

आसमां में उड़ा हाथी...!


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.