कैदियों के वापसी टिकट का खर्च उठाएंगे भारतीय अरबपति फिरोज
दुबई में रहने वाले एक भारतीय अरबपति ने अमीरात जेल से मुक्त हुए भारतीय कैदियों को वतन वापसी के लिए हवाई टिकट देने का वादा किया है।
दुबई (जेएनएन)। दुबई आधारित एक भारतीय अरबपति ने संयुक्त अरब अमीरात जेल से मुक्त हुए कैदियों के वापसी टिकट के लिए एक साल में 130,790 डॉलर (84693129 भारतीय रुपया) का योगदान दिया है।
'प्योर गोल्ड ज्वेलर' के संस्थापक और चेयरमैन फिरोज मर्चेंट ने हाल ही में संयुक्त अरब अमीरात के फराज फंड के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किया है। ये एक चैरिटी है जो देशवासियों के कल्याण के लिए काम करती है।
मर्चेंट ने एक साल में मुक्त हुए कैदियों के लिए हवाई टिकट देने का वादा किया, ताकि वे अपने देश में वापस जा सकें और अपने परिवारों से मिल सकें।
गौरतलब है कि, फ़राज फंड की स्थापना जून 2009 में अबू धाबी में सामाजिक मामलों के मंत्री द्वारा की गई थी।
इस फंड की राशि को उन कैदियों को दिया जाएगा, जो अपने विमान किराये के भुगतान में सक्षम नहीं हैं। सबसे पहले ऐसे निर्वासित कैदियों की एक सूची प्रस्तुत की जाएगी उसके बाद तब 40,000 दिरहम (705896.77 भारतीय रुपया) मासिक बजट फराज फंड को जारी किया जाएगा।
मुंबई में जन्मे मर्चेंट ने अब तक जेल में रहने वाले 132 प्रवासी कैदियों की रिहाई करवाई है। उन्होंने बताया कि ये कैदी असली अपराधी नहीं हैं बल्कि ये परिस्थितियों के शिकार हैं। मर्चेंट, न्युयरोलॉजिकल डिसऑर्डर से पीड़ित एक पुलिसकर्मी के चिकित्सा के लिए भी वित्तीय सहायता प्रदान करने पर काम कर रहा है। जॉर्डन में इसके उपचार के लिए 60,000 दिरहम (1058845.16 भारतीय रुपया) की राशि आवंटित की जाएगी।
उन्होंने आगे कहा कि, गिविंग इनीशियेटिव के वर्ष में, हम कैदियों और कानून प्रवर्तन अधिकारियों के साथ असक्षम कैदियों की मदद के लिए काम कर रहे हैं, साथ ही साथ उन पुलिस बल के लिए काम कर रहे हैं जो हमारी सुरक्षा के लिए कड़ी मेहनत करते हैं।
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